झारखंड: RIMS के सीनियर रेजीडेंट डॉक्टरों को सेवा विस्तार की सौगात, मरीजों को मिलेगा बेहतर इलाज,15 अप्रैल को GB बैठक में रखा जाएगा प्रस्ताव…



लोक आलोक सेंट्रल डेस्क: झारखंड सरकार रिम्स (राजेन्द्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज) में कार्यरत सीनियर रेजीडेंट डॉक्टरों के लिए बड़ी खुशखबरी लेकर आ रही है। राज्य सरकार अब उनकी सेवा अवधि बढ़ाने की तैयारी में है। अभी तक सीनियर रेजीडेंट की नियुक्ति मात्र 89 दिनों के लिए होती थी, लेकिन प्रस्ताव पारित होने पर यह अवधि एक से दो वर्षों तक बढ़ाई जा सकती है। यह निर्णय न केवल डॉक्टरों के लिए राहतभरा होगा, बल्कि मरीजों को भी बेहतर और सतत इलाज उपलब्ध हो सकेगा।


इस प्रस्ताव को 15 अप्रैल को होने वाली रिम्स गवर्निंग बॉडी (GB) की बैठक में रखा जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में लगभग 30 एजेंडों पर चर्चा होनी है।
22 विभागों के लिए नियुक्ति प्रक्रिया पूरी
हाल ही में 22 विभागों के लिए 136 सीनियर रेजीडेंट की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। नई नीति के लागू होने पर इन डॉक्टरों को लंबे समय तक सेवाएं देने का अवसर मिलेगा, जिससे विभागों में स्टाफ की कमी भी दूर होगी।
पद सृजन की योजना भी तैयार
रिम्स के विभिन्न विभागों में नए पद सृजित करने की योजना पर भी काम हो रहा है। खासतौर पर पीएसएम विभाग में दो नए पदों के सृजन का प्रस्ताव आ चुका है, वहीं अन्य विभागों से भी मांग मांगी गई है।
नेत्रदान करने वालों को मिलेगा सम्मान
नेत्रदान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से रिम्स प्रबंधन ने निर्णय लिया है कि जिन परिवारों के सदस्य नेत्रदान करेंगे, उन्हें निशुल्क ‘मोक्ष वाहन’ की सुविधा दी जाएगी। यह वाहन अंतिम यात्रा के लिए देश के किसी भी कोने में शव को पहुंचाने में सक्षम होगा।
डॉक्टरों व कर्मियों को मिलेगा स्वास्थ्य बीमा
रिम्स के डॉक्टरों और कर्मचारियों को स्वास्थ्य बीमा योजना से जोड़ा जाएगा। इस निर्णय के बाद सैकड़ों कर्मचारियों को लाभ मिलेगा। साथ ही होमगार्ड जवानों के मानदेय में भी वृद्धि का प्रस्ताव एजेंडे में शामिल है।
झारखंड सरकार के इन प्रयासों से जहां चिकित्सा सेवा मजबूत होगी, वहीं डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को भी सम्मान और स्थायित्व मिलेगा।
