नेशनल रोलर बास्केटबॉल चैम्पिनशिप में झारखंड को 1 गोल्ड ,5 सिल्वर व 1कास्यं सहित मिले कुल 7 पदक

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चंड़ीगढ़:-  अमीटीयर फेडरेशन ऑफ़ रोलर बास्केटबाल इंडिया  के तत्वाधान में रोलर बास्केटबॉल एसोसिएशन ऑफ़ चंडीगढ़ द्वारा 5 (पांचवा)  नेशनल रोलर बास्केटबॉल चैम्पिनशिप जो दिनांक 28, 29, 30 दिसंबर को आयोजित हुआ पहली बार झारखंड ईस्ट जोन की तरफ से अंडर 11 रोलर बास्केटबॉल की प्रतियोगिता के लिए झारखंड टीम की तरफ से प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए 26 दिसंबर को टीम चंडीगढ़ के लिए रवाना हो गए थे जिसमें लगभग 10 राज्यों ने भाग लिया महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, केरला, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़, झारखंड, हिमाचल। आखिरी मुकाबला महाराष्ट्र एवं झारखंड का हुआ जिसमें झारखंड टीम ने बहुत अच्छी तरह मुकाबला किया अंतिम के कुछ क्षणों में महाराष्ट्र की तरफ से एक गोल कर दिया गया ।

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जिसके कारण झारखंड टीम को सिल्वर में ही संतुष्ट होना पड़ा, दिनांक 30th दिसंबर को रेस प्रतियोगिता में दो मेडल एक गोल्ड और एक कांस्य पदक प्राप्त हुए। इस प्रतियोगिता में हमारे झारखंड के खाते में कुल एक गोल्ड पांच सिल्वर  एक कांस्य पदक मिला, झारखंड टीम ने बहुत बढ़-चढ़कर मुकाबला किया । पुनीत गुप्ता ने झारखंड सरकार से निवेदन करते हुए कहा कि ये खेल पुरे झारखंड के स्कूल में शुरू करें, जिसमे वो सभी छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षण खुद देना के लिए इच्छुक है जिससे की ओर भी बहुत सारा प्राइज जीत कर झारखंड का नाम रोशन हो।  और आगे भविष्य में भी झारखंड टीम को बहुत अच्छे लेवल तक पहुँचाने  के लिए संघर्ष करेगी। बच्चों के कोच पुनीत गुप्ता ने बच्चों को शुभकामनाएं दी।

झारखंड से पहली बार कृष्वी गर्ग ने गोल्ड मेडल हासिल किया है यह सबसे कम उम्र की झारखंड के लिए नैशनल गोल्ड मेडलिस्ट लड़की हो गई है, इसमें बहुत गर्व की बात है यह लड़कियां भी किसी से कम नहीं है।आज के समय में यह अवधारणा रखना की लड़कियाँ लड़कों से कम है यह बिल्कुल भी सही नहीं मानी जा सकती और केवल आज के समय में क्या यह सोच रखना किसी भी समय के अनुसार ठीक नहीं मानी जा सकती। लड़कियाँ हो या लड़के दोनों में से किसी को भी कम नहीं आंका जा सकता। आरडी रोलर स्केटिंग एकेडमी के प्रेसिडेंट ने  बच्चों को शुभकामनाएं दी एवं संतोष सिंह ने भी खेल के लिए बच्चों को शुभकामनाएं दी। कोच पुनीत गुप्ता ने बताया की वे रोलर स्केटिंग को इंटरनेशनल लेवल तक बच्चों को खिलाना चाहते हैं। अगर स्केटिंग करने का उचित जगह रहे तो वह बच्चों को बहुत अच्छे लेवल तक खिलाना चाहते हैं उन्हें बताया कि स्केटिंग में 30 साल से भी ज्यादा समय हो गया है। भविष्य में वह स्केटिंग को बहुत अच्छे लेवल में खिलाना चाहते हैं ।

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