सहारा सिटी नाबालिग से दुष्कर्म मामले में तीन दोषी को 25 साल की सश्रम कारावास की सजा , 20-20 हजार रुपए का लगा जुर्माना ,60-60 हजार रुपए जुर्माने के तौर पर पीडिता को देंगे आरोपी , सरकार द्वारा भी दी जायेगी राशि , तय होना बाकी …पीडिता पक्ष के वकील को मिल रही धमकी , मांगी सुरक्षा
जमशेदपुर :- जमशेदपुर के मानगो सहारा सिटी में नाबालिग से तीन साल पहले हुई गैंगरेप के मामले में तीन आरपियों को 25 साल की सश्रम कारावास की सजा सुनाई गयी. बता दें कि कोर्ट ने इंद्रपाल सैनी, शिवकुमार महतो और श्रीकांत महतो को 25 साल की सश्रम कारावाज और 20-20 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है. इसके साथ ही तीनों आरोपी द्वारा पीडिता को साठ – साठ हजार रूपये यानि कुल एक लाख अस्सी हजार रूपये जुर्माना के तौर पर देने का भी आदेश हुआ है . साथ ही सरकार द्वारा भी पीडिता को अलग से राशि दी जायेगी जिसकी राशि अभी तय नहीं हुई है . बता दे की आरोपियों को 376 डी एक्ट और पोक्सो एक्ट के तहत 19 जनवरी को कोर्ट ने दोषी करार दिया था. इस मामले में डीएसपी, थानेदार के साथ-साथ 22 लोगों के खिलाफ अलग से मामला चल रहा है. मामले में तत्कालीन डीएसपी अजय केरकेट्टा और एमजीएम के तत्कालीन थानेदार इमदाद अंसारी के खिलाफ भी मामला दर्ज कराया गया था. दोनों पुलिस वालों के इस मामले में हाई कोर्ट से स्टे मिली हुई है. उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगी हुई है. अमित सिंह, मुन्ना धोबी, अजित मिस्त्री उर्फ बुलेट मिस्त्री, उपेंद्र सिंह, शाहिद , अभिषेक मिश्रा, गुड्डू गुप्ता, इमदाद अंसारी, अजय केरकेट्टा, लंगड़ा मकसूद, मनोज सहाय, गुरप्रीत सिंह, शंभू द्विवेदी, करीम केबुल वाला, तस्मीम अहमद, राजेश सिंह, तनुश्री नायक, सोनू नैयर, लड्डन उर्फ पाहुल, मैन्यर, दिनेश अग्रवाल को आरोपी बनाया गया है. ज्ञात हो कि यह मामला 18 जनवरी 2019 को मानगो थाने में दर्ज कराया गया था. नाबालिग मानगो के ही सहारा सिटी की रहने वाली है. मामले में नाबालिग के साथ गैंगरेप करने, उसका वीडियो बनाने और वीडियो दिखाकर डरा-धमकाकर बच्ची से देह व्यापार कराने का मामला दर्ज कराया गया था. मामले में इंद्रपाल सैनी, शिव कुमार महतो, श्रीकांत महतो पर नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. घटना के बाद ही पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था. इधर श्रीकांत महतो जमानत पर बाहर आया हुआ था. शनिवार को जो फैसला आया है, वह इस कांड के नामजद आरोपी इंद्रपाल सिंह सैनी, शिवकुमार महतो और श्रीकांत को लेकर आया है क्योंकि ये तीन ही इस मामले में पहले नामजद थे. बाद में उसमें कई नाम और जुड़े थे, जिसमें पुलिस के पदाधिकारी और रसूखदार लोग भी थे. इस मामले में बचाव पक्ष की वकील ममता सिंह को धमकी मिल रही है. यह खुलासा उन्होंने मामले में तीन दोषियों को कोर्ट की सजा सुनाये जाने के बाद पत्रकारों के समक्ष किया. उन्होंने कहा कि जब से वह यह केस लड़ रही हैं, तब से उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उन्हें फर्जी फोन कॉल्स भी आ रहे हैं. साथ ही धमकी भी दी जा रही है. ताकि वे यह केस लड़ना छोड़ दें. अधिवक्ता ममता सिंह ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में पुलिस के वरीय अधिकारियों को भी लिखित और मेल के जरिये जानकारी दी है. बावजूद उन्हें अब तक पुलिस प्रशासन की ओर से कोई सुरक्षा मुहैया नहीं करायी गयी है. उन्होंने कहा कि आरोपियों में दो पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं. ऐसे मे उन्हें यह भी लग रहा है कि उन्हें सुरक्षा कहां से मिलेगी. बहरहाल उन्होंने केस की पैरवी निष्पक्ष ढंग से करने के लिए पुलिस प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है.