कैसे हुई थी विश्व परिवार दिवस मनाने की शुरुआत, जानें इसका इतिहास व महत्व…
लोक आलोक न्यूज सेंट्रल डेस्क :- हर साल 15 मई का दिन दुनियाभर में अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस के रूप में मनाया जाता है। परिवार की जरूरत हर किसी को होती है और कोविड टाइम पर हमें खासतौर से इसकी अहमियत पता चली। इस दिवस को मनाने की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा की गयी थी। इस दिन को पहली बार 15 मई 1994 में मनाया गया था।
अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस हर साल 15 मई को मनाया जाता है। इस दिन को वैश्विक स्तर पर मनाने का उद्देश्य परिवार का महत्व बताना और दूर होते परिवार को जोड़ना है। इंसानों से लेकर जानवरों तक को परिवार की जरूरत होती है। परिवार ही होता है, जो सुख-दुख में आपके साथ खड़ा रहता है। विश्व परिवार दिवस लोगों को उनके परिवार के साथ समय बिताने और घूमने फिरने एवं जश्न मनाने का एक अवसर प्रदान करता है। आइए जानते हैं कैसे हुई थी इस दिन को मनाने की शुरुआत?
अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस का इतिहास
साल 1994 में पहली बार इंटरनेशनल फैमिली डे मनाया गया था, लेकिन इसकी नींव 1989 में ही पड़ चुकी थी। साल 1989 में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में परिवार के महत्व पर चर्चा की गई थी और इसके लिए एक दिन समर्पित करने पर विचार किया गया था। बाद में साल 1993 में UNGA ने एक संकल्प में फैमिली डे के लिए 15 मई की तारीख तय कर दी और तब से हर साल इस दिन को मनाया जा रहा है।
अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस 2024 की थीम
हर साल विश्व परिवार दिवस एक अलग थीम के साथ सेलिब्रेट किया जाता है। साल 2024 में विश्व परिवार दिवस की थीम है- “परिवार और जलवायु परिवर्तन” है। यह थीम जलवायु परिवर्तन की वजह से हमारे और हमारे परिवार पर किस तरह के प्रभाव पड़ रहे हैं इस ओर ध्यान आकर्षित करता है।
साल 2023 में इसकी थीम थी- ‘परिवार और जनसांख्यिकी परिवर्तन’
साल 2022 में इसकी थीम थी- ‘परिवार और शहरीकरण’
साल 2021 में इसकी थीम थी- ‘परिवार और नई प्रौद्योगिकियां’
अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस का महत्व
इंटरनेशनल फैमिली डे का उद्देश्य लोगों को परिवार की अहमियत बताना है। एक खुशहाल और स्वस्थ परिवार एक सहायक समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह दिन परिवार को आपसी मतभेद भुलाकर प्यार से साथ रहने के लिए प्रेरित करता है।