धनबाद के कार्मेल स्कूल की गुंडागर्दी, छात्राओं को शर्ट उतरवा कर ब्लेजर और इनरवियर में ही भेजा घर…

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धनबाद:- धनबाद के कार्मेल स्कूल ने शिक्षा के क्षेत्र में एक नया आयाम स्थापित किया है। इस बार स्कूल ने बच्चों को अनुशासन सिखाने का एक ऐसा नायाब तरीका निकाला, जिसे सुनकर बड़े-बड़े मनोवैज्ञानिक भी अपनी नोटबुक फाड़कर रद्दी में फेंक दें।

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घटना कुछ यूं है कि ‘पेन डे’ पर 10वीं की छात्राएं अपनी शर्ट पर शुभकामनाएं लिखवा रही थीं। स्कूल प्रशासन ने इसे ऐसा गंभीर अपराध माना, मानो छात्राओं ने क्लासरूम में परमाणु परीक्षण कर दिया हो। फिर क्या था, तुरंत सजा का ऐलान हुआ—“शर्ट उतारो!”
स्कूल ने इतिहास रचते हुए ‘शर्ट उतारो आंदोलन’ की शुरुआत कर दी। छात्राओं को इनरवियर और ब्लेजर में घर भेजा गया, ताकि वे समझ सकें कि दोस्ती और शुभकामनाओं का आदान-प्रदान कितना बड़ा गुनाह है।


स्कूल ने इतिहास रचते हुए ‘शर्ट उतारो आंदोलन’ की शुरुआत कर दी। छात्राओं को इनरवियर और ब्लेजर में घर भेजा गया, ताकि वे समझ सकें कि दोस्ती और शुभकामनाओं का आदान-प्रदान कितना बड़ा गुनाह है।
अभिभावक जब बच्चों की हालत देख स्कूल पहुंचे तो पता चला कि स्कूल अब शिक्षा के साथ-साथ कपड़ों के उद्योग में भी उतरने की तैयारी कर रहा है। जल्द ही “कार्मेल ब्रांड ब्लेजर” बाजार में उतारे जाने की अफवाहें तेज हो गईं।


अभिभावक जब बच्चों की हालत देख स्कूल पहुंचे तो पता चला कि स्कूल अब शिक्षा के साथ-साथ कपड़ों के उद्योग में भी उतरने की तैयारी कर रहा है। जल्द ही “कार्मेल ब्रांड ब्लेजर” बाजार में उतारे जाने की अफवाहें तेज हो गईं।
जांच समिति ने सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा का ऐलान किया है। फुटेज देखने के बाद तय किया जाएगा कि शर्ट पर शुभकामनाएं लिखना वाकई में स्कूल के लिए “राष्ट्रीय खतरा” था या नहीं।

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आखिरकार, धनबाद के कार्मेल स्कूल ने साबित कर दिया कि “पढ़ाई भले न हो, लेकिन फैशन सेंस और अनुशासन में कोई समझौता नहीं!”

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