डीएम, एसपी के नेतृत्व में निकली सद्भावना मार्च, ट्रैफिक नियमों के पालन व पर्यावरण की रक्षा का दिया संदेश,प्रतिभागियों को किया पुरुस्कृत,कोरोना वारियर्स भी सम्मानित.

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सासाराम:-  जिले के 49 वें स्थापना दिवस के अवसर पर बुधवार के प्रातः 9 बजे समाहरणालय से सद्भावना मार्च का आयोजन किया गया। जिसमें जिलाधिकारी धर्मेन्द्र कुमार,पुलिस अधीक्षक आशीष भारती, डीडीसी रोहतास शेखर आनंद, वन प्रमंडल पदाधिकारी प्रद्युम्न गौरव के साथ एसडीओ सासाराम  मनोज कुमार, एसडीपीओ सासाराम ,डीटीओ प्रवीण चंदन, डीपीओ शिक्षा अमरेंद्र कुमार एवं राघवेंद्र प्रताप सिंह सहित अन्य जिलास्तरीय पदाधिकारी,एनसीसी कैडेट्स, एकलव्य स्पोर्ट्स अकादमी के  खिलाड़ी, मीडिया कर्मी आदि के साथ ज़िले के निवासियों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया।उक्त सद्भावना मार्च में ट्रैफिक नियमों के पालन एवं पर्यावरण की रक्षा का संदेश भी दिया गया।यह मार्च सड़क- सुरक्षा आदि पर सभी को जागरूक करते हुए फजलगंज स्थित मल्टी पर्पस हॉल पहुंची ।वहां 10 बजे पूर्वाह्न से मुख्य कार्यक्रम शुरू हुआ। जिसमें जिलाधिकारी , पुलिस अधीक्षक एवं डीडीसी , वन प्रमंडल पदाधिकारी का सम्बोधन एवं विभिन खेल प्रतियोगिता तथा क्विज एवं निबंध प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।स्थापना दिवास के अवसर पर कोरोना वारियर्स को भी सम्मानित किया गया।ज्ञातव्य है कि मुख्यालय सासाराम स्थित फजलगंज स्टेडियम तथा इनडोर स्टेडियम में बालक/ बालिकाओं के सब जूनियर  एवं जूनियर वर्ग के  एथलेटिक्स ,कबड्डी तथा वॉलीबॉल के मुकाबलों एवं नवमी से बारहवीं कक्षा के छात्र/छात्राओं के क्विज और निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन दिनांक 9 नवंबर को किया गया था।बताते चलें कि  रोहतास जिले की स्थापना आज से 49 वर्ष पूर्व 10 नवंबर 1972 को पुराने शाहाबाद जिले से अलग होकर की गई थी। उक्त अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी रोहतास धर्मेन्द्र कुमार ने रोहतास जिले के गौरवशाली इतिहास और वर्तमान की उपलब्धियों एवं संभावनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्राचीन काल से ही रोहतास जिले का गौरवशाली इतिहास रहा है।राजा हरिश्चंद्र के पौत्र रोहिताश्व के नाम पर  ज़िले का नाम रोहतास पड़ा।मध्यकाल में शेर शाह एक प्रतापी शासक हुए। जिन्होंने हिंदुस्तान की बादशाहत के अपने अलप काल मे ही ग्रैंड ट्रंक रोड के साथ भू राजस्व के क्षेत्र में अच्छा कार्य किया।उसी प्रकार 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम एवं 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में भी ज़िले के स्वतंत्रता सेनानियों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया और अंग्रेजो के दांत खट्टे किये।रोहतास जिले का वर्तमान में सफलताओं और संभावनाओं से भरा है।शिक्षा, खेल-कूद, चिकित्सा, व्यापार आदि क्षेत्र में जिलावासियों ने अपना परचम लहराया है।जिलाधिकारी रोहतास  धर्मेन्द्र कुमार ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि अगले वर्ष ज़िले की स्थापना के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में रोहतास जिले के वैसे मूल निवासी जो देश और विदेश में अपने कर्म और परिश्रम से महत्वपूर्ण स्थान बना कर ज़िले और राज्य का नाम रौशन कर रहे हैं ।उन्हें आमंत्रित कर/सम्मानित कर ज़िले के चहुमुखी विकास में उनका योगदान और उनकी महती भूमिका हेतु भी प्रयास किया जाएगा।जिलाधिकारी ने पर्यटन, चिकित्सा,कृषि उत्पादन, खेल, औषिधि की खेती आदि में ज़िले की क्षमताओं और संभावनाओं को यथार्थ की धरातल पर उतारने के अपने संकल्प को दुहराया।वहीं पुलिस अधीक्षक  ने अपने संबोधन में बेहतर कानून व्यवस्था, बेहतर ट्रैफिक व्यवस्था, नक्सलवाद का पूर्णरूपेण खात्मा आदि का उल्लेख करते हुए जिलावासियों को स्थापना दिवस की बधाई दी।डीएफओ रोहतास  प्रद्युम्न गौरव ने तुतला भवानी धाम के समीप हर्बल पार्क एवं राज्य के प्रथम बटरफ्लाई पार्क की घोषणा का उल्लेख कर जिलावासियों को बधाई दी।डीडीसी  ने ज़िले में जीविका , कृषि विभाग एवं उद्योग विभाग के समन्वय से रोजगार सृजन के विभिन्न प्रयासों की चर्चा की। जीविका डीपीएम आचार्य मम्मट ने भी एक वीडियो प्रेजेंटेशन के माध्यम से जीविका समूह द्वारा किये जा रहे विभिन्न कार्यों पर प्रकाश डाला।उक्त अवसर पर रोहतास जिले के इतिहास एवं वर्तमान, इसके सुंदर झरनों, पर्वत श्रृंखलाओं, नदियों , उद्योगों, धान के शस्य खेतों को चित्रित करता हुआ एक स्मारिका/कॉफ़ी टेबल बुक भी लांच किया गया।उक्त कॉफ़ी टेबल बुक के निर्माण में , सुश्री अनु कुमारी, एसडीसी ,सर्वश्री श्याम सुंदर तिवारी, इतिहासकार, आशीष कौशिक,  अंकित, अभिषेक,साहिल मिश्र ने भी अपना बहुमूल्य योगदान दिया।उक्त अवसर पर रोहतास जिले का एक ऐप “सबेरा” भी लांच किया गया। जिसका फुल फॉर्म है-Skill Assessment based Employment by Rohtas Administration.यह रोजगार सृजन  में एक कॉमन प्लेटफॉर्म प्रदान करते हुए , फैसिलिटेटर का कार्य करेगा।स्थापना दिवस कार्यक्रम में क्विज एवं निबंध प्रतियोगिता दोनों के विजेता गौरव गौतम एवं द्वितीय स्थान पाने वाले रोहित कुमार को पुरस्कृत किया गया।खेलों के पुरस्कार भी दिए गए।धन्यवाद ज्ञापन ज़िला उप निर्वाचन पदाधिकारी सत्यप्रिय कुमार द्वारा किया गया।

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परिणाम इस प्रकार रहे ।

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बालिकाओं के वॉलीबॉल मैच में दिनारा की टीम ने सासाराम को 3-0 अंको से पराजित कर विजेता बनी जबकि बालक वर्ग मे सासाराम की टीम ने  अकोढ़ी गोला को 3-0 से पराजित किया।कबड्डी के बालिका वर्ग के मैच में सासाराम की टीम ने बिक्रमगंज को 43-21 से पराजित किया जबकि बालकों के वर्ग में भी सासाराम की टीम ने बिक्रमगंज को 97-45 से हराकर ट्रॉफी पर कब्जा किया ।एथलेटिक्स की विभिन्न स्पर्धाओं में बालकों के अंडर-14 आयु वर्ग में 60 मीटर दौड़ की स्पर्धा में मेहरान खान प्रथम स्थान,अल्तमस खान एबीआर फाउंडेशन द्वितीय स्थान ,जबकि प्रज्ञा निकेतन पब्लिक स्कूल के आर्यन राज ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।बालिका वर्ग में बिक्रमगंज की तान्या मिश्रा को प्रथम स्थान,पार्वती कुमारी को दूसरा स्थान और उच्च विद्यालय रेडिया की रजनी कुमारी को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ।बालकों के अंडर 16 आयु वर्ग की 100मी0 दौड़ में पीयूष राज ,अमन कुमार, अवधेश कुमार क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर रहे ,वहीं बालिका वर्ग में तिलौथू के अनामिका कुमारी प्रथम स्थान ,बिक्रमगंज की गीतांजलि कुमारी को द्वितीय स्थान, जबकि बिक्रमगंज की  रचना कुमारी को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ ।बालकों के अंडर-18 आयु वर्ग में 200 मीटर दौड़ की स्पर्धा में उच्च विद्यालय इंद्रपुरी के पंकज कुमार को प्रथम स्थान,द्वितीय स्थान डेहरी के बबलू कुमार और तिलौथू के अभिषेक कुमार को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ .बालिका वर्ग में तिलौथू की निशी कुमारी, चांदनी कुमारी और अनामिका कुमारी ने  क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर रही।बालकों के अंडर 20 आयु वर्ग की 400 मीटर दौड़ की स्पर्धा में प्रथम स्थान डीएवी कटार के महेंद्र कुमार द्वितीय स्थान एसपी जैन कॉलेज के तूफैल अंसारी और तृतीय स्थान बिक्रमगंज के शशिकांत को प्राप्त हुआ।बालिका वर्ग में प्रथम स्थान सासाराम की तलत जहां,द्वितीय स्थान बिक्रमगंज की निर्मला कुमारी जबकि डेहरी की राखी कुमारी को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ।

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