जेंडर स्टडीज, ह्यूमन राइट्स और फाॅरेस्ट्री साइंस कोर्स होंगे शुरू, विद्वत परिषद की दूसरी बैठक में हुए अहम फैसले

0
Advertisements
Advertisements

जमशेदपुर : जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी की विद्वत परिषद की दूसरी बैठक माननीय कुलपति प्रो.(डॉ.) अंजिला गुप्ता की अध्यक्षता में शनिवार को संपन्न हुई। बैठक में कई अहम फैसले लेते हुए तीन नये कोर्स शुरू करने पर सैद्धांतिक सहमति दी गई। जेंडर स्टडीज में पीजी डिप्लोमा कोर्स की मांग ज्यादा है। एनजीओ सहित वीमेन ट्रैफिकिंग के खिलाफ में काम कर रही संस्थाओं में रोजगार के अवसर इससे खुलते हैं। माननीय कुलपति ने कहा कि महिलाओं के सामाजिक स्तर और उसमें सुधार की संभावनाओं पर आधिकारिक समझ के साथ छात्राएं बेहतर योगदान दे सकेंगी। इसी तरह मानवाधिकार संबंधी वैश्विक मुद्दे पर पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा कोर्स भी काफी डिमांड में है। झारखंड में वनोपज पर आधारित कोर्स की सामाजिक जरूरत तो है ही आर्थिक अहमियत भी अधिक है। ऐसे में यूनिवर्सिटी ने ‘फॉरेस्ट्री साइंस’ में सर्टिफिकेट कोर्स भी शुरू करने का निर्णय लिया है। परिषद की स्वीकृति के बाद आगे की प्रक्रिया की जा सकेगी। बोर्ड ऑफ स्टडीज बनाने के बाद इन कोर्सेज का सिलेबस डिजाइन करके अनुमोदन कराया जाएगा।

Advertisements
Advertisements

टॉपर्स छात्राएं करेंगी शिक्षकों की कमी पूरी
शिक्षकों की कमी को तत्काल दूर करने के लिए यूनिवर्सिटी के विभागों में, जहां तत्काल शिक्षकों की आवश्यकता है, वैसे सभी स्थानों पर टॉपर छात्राओं से शिक्षण कराने की संभावना का विश्लेषण किया गया।

जनवरी, 2023 में फैकल्टीज के लिए ओरिएंटेशन प्रोग्राम
परिषद ने जनवरी, 2023 में, विशेष रूप से सभी फैकल्टीज के लिए एक ओरिएंटेशन प्रोग्राम आयोजित करने का निर्णय लिया। कैरियर एडवांसमेंट स्कीम (सीएएस) के अंतर्गत प्रमोशन में लाभ देनेवाले ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने की मांग फैकल्टी की ओर से भी की गई थी, जिसे माननीय कुलपति ने स्वीकार कर लिया।

See also  चौका में पत्नी और मासूम बच्चा को जहरीला पदार्थ खिलाकर मौत के घाट उतारा

यूजीसी रेगुलेशन 2022 को अंगीकृत किया जायेगा
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के विनियम, 2022 के तहत पीएचडी के नए नियम अब 2016 में अधिसूचित नियमों की जगह लेंगे। विद्वत परिषद ने सर्वसम्मति से डिपार्टमेंट ऑफ हायर एंड टेक्निकल एजुकेशन, झारखंड सरकार द्वारा प्राप्त निर्देश को पालन करने का निर्णय लिया। इस निर्देश के आलोक में यूनिवर्सिटी अब यूजीसी के पीएचडी अवॉर्ड के लिए न्यूनतम मानक और प्रक्रिया विनियमन- 2022 (मिनिमम स्टैंडर्डस एंड प्रोसीजर फॉर द अवॉर्ड ऑफ पीएचडी रेगुलेशन 2022) को लागू करेगी।

एनएडी, डिजिलॉकर, इ समर्थ, स्वयं और मूक पर हुई चर्चा एनइपी 2020 के प्रावधानों के अनुरूप यूनिवर्सिटी की शिक्षण प्रक्रिया को ढालने पर विचार किया। इसके अंतर्गत स्वयं और मूक्स द्वारा प्रदान किए जा रहे ऑनलाइन पाठ्यक्रमों और संभावनाओं पर चर्चा हुई। नेशनल एकेडमिक डिपाॅजिटरी, डिजिलॉकर एवं इ समर्थ पोर्टल को लागू करने के लिए रोडमैप तैयार करने पर सहमति बनी। इन सभी निर्णयों के अलावा परिषद की पहली बैठक और वोकेशनल कोर कमिटी के द्वारा अनुमोदित सभी निर्णयों की पुष्टि की गई। परिषद की बैठक का संयोजन कुलसचिव डॉ. प्रभात कुमार सिंह ने किया। बैठक में सभी संकायाध्यक्ष, सभी विभागाध्यक्ष व पदाधिकारीगण मौजूद रहे।

Thanks for your Feedback!

You may have missed