एक तो इतनी भीषण गर्मी, उपर से रोगी और ऐसे में घंटो बिजली का गुल रहना…अस्पताल में भी मरीज बिजली और पानी के लिए बेहाल
जमशेदपुर : झारखंड की औद्योगिक राजधानी जमशेदपुर को ही कहा जाता है, लेकन सरकार जमशेदपुर के सरकारी अस्पतालों को भी ठीक से बिजली नहीं दे पा रही है. ऐसे में आम लोगों पर सरकार का ध्यान कैसे जायगा. जी हां कुछ ऐसा ही मामला एमजीएम अस्पताल में रविवार की रात के 11 बजे सामने आया. दो घंटे तक लगातार बिजली गुल रही. ऐसे में अस्पताल के रोगियों का हाल कैसे होगा जो इलाज करवा रहे हैं वे भी समझ सकते हैं. हम और आप तो सिर्फ सुन सकते हैं. अस्पताल के रोगी मोबाइल को जलाकर बिजली के आने की प्रतीक्षा कर रहे थे.
सोमवार की सुबह 9-11 गुल रही बिजली
सोमवार की सुबह 9 बजे से लेकर 11 बजे तक बिजली गुल रही. इस दौरान कुछ लोग लिफ्ट में भी फंसे रह गये. अस्पताल के किसी विभाग में बिजली नहीं होने के कारण भारी परेशानी हुई. सिर्फ अधीक्षक के कार्यालय में ही बिजली थी.
गैर टिस्को क्षेत्र के उपभोक्ताओं की सुधि लेने वाला कोई नहीं
कहने को ही सिर्फ सांसद और विधायक हैं, लेकिन गैर टिस्को क्षेत्र में निवास करनेवाले उपभोक्ताओं की सुननेवाला कोई नहीं है. उपभोक्ता अपनी बातों को पूरजोर तरीके से बराबर उठाते हैं, लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पाता है.
रात-रात भर गुल रहती है बिजली
गैर टिस्को क्षेत्र के परसुडीह, बागबेड़ा, जुगसलाई आदि इलाके की बात करें तो रात-रात भर बिजली गुल रहती है. ऐसी स्थिति पिछले 15 दिनों से उत्पन्न हो रही है. इसे ठीक करने की ओर से किसी का भी ध्यान नहीं जा रहा है. सांसद और विधायक को भी सबकुछ पता है, लेकिन उनकी ओर से भी इस दिशा में किसी तरह की पहल नहीं की जा रही है.
बिजली के साथ-साथ पानी की भी है समस्या
बिजली के अभाव में आम लोगों को पानी भी ठीक से नहीं मिल पा रही है. बागबेड़ा और परसुडीह इलाके की बात करें तो यहां का जलस्तर 700 फीट के भी नीचे चला गया है. इलाके के 90 फीसदी बोरिंग फेल हो गये हैं. लोग पानी खरीदकर पीने को विवश हैं. परिवार के सदस्य पानी के लिये दिन भर इधर-उधर भटकते रहते हैं.