यूपीएससी में 4 बार फेल, रहे IIT टॉपर,लोगों ने कहा- जिंदगी बर्बाद कर ली, अब हैं IAS अफसर…

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लोक आलोक न्यूज सेंट्रल डेस्क :- हर साल 10 लाख से ज्यादा युवा यूपीएससी सीएसई परीक्षा देते हैं. तीनों चरण पास करने के बाद उनमें से करीब 1000 अभ्यर्थियों को सरकारी नौकरी के लिए चुना जाता है. कुछ अभ्यर्थियों को देश की टॉप सरकारी नौकरी हासिल करने में कई सालों का वक्त लग जाता है. राजस्थान के आशीष कुमार सिंघल के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ था. पढ़िए उनकी यूपीएससी सक्सेस स्टोरी.

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आशीष कुमार सिंघल राजस्थान की राजधानी जयपुर के रहने वाले हैं. उन्होंने देश की दो सबसे कठिन परीक्षाएं पास की हैं. आईआईटी में एडमिशन के लिए आशीष कुमार सिंघल ने पहले जेईई परीक्षा पास की, फिर सरकारी नौकरी का सपना साकार करने के लिए यूपीएससी परीक्षा. उन्हें सिविल सर्विस परीक्षा को पास करने में कई साल लगे. अब वह आईएएस अफसर हैं.

आशीष कुमार सिंघल की यूपीएससी सक्सेस स्टोरी काफी रोचक है . वह पढ़ाई में खूब होशियार थे. आईआईटी टॉपर भी रहे. लेकिन सिविल सर्विस परीक्षा में बार-बार फेल हो जा रहे थे. उनकी स्थिति देखकर लोग कहने लगे थे कि वह इस परीक्षा के लिए बने ही नहीं हैं. लेकिन आशीष कुमार सिंघल ने हार नहीं मानी. उन्होंने यूपीएससी परीक्षा को क्रैक करना ही अपना लक्ष्य बना लिया था. पढ़िए आशीष कुमार सिंघल की यूपीएससी सक्सेस स्टोरी.

सिविल सर्विस के लिए छोड़ी नौकरी

आशीष कुमार सिंघल ने आईआईटी खड़गपुर से पढ़ाई की है. वह गोल्ड मेडलिस्ट थे यानी उनका नाम टॉपर्स की लिस्ट में था. उन्होंने इंडस्ट्रियल मैनेजमेंट में एमटेक भी किया है. इसके बाद एक साल तक हरियाणा के गुरुग्राम की किसी कंपनी में नौकरी की थी. फिर अच्छी-खासी सैलरी वाली नौकरी छोड़कर वह यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने के लिए जयपुर लौट आए. वह यूपीएससी कोचिंग न जॉइन करके घर पर रहकर ही देश की सबसे कठिन परीक्षा की तैयारी कर रहे थे.

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यूपीएससी परीक्षा में 4 बार हुए फेल

आशीष कुमार सिंघल के पिता रमेश चंद्र अग्रवाल सरकारी टीचर रहे हैं और मां सुधा अग्रवाल होममेकर. आशीष 2019 में अपने पहले अटेंप्ट की मेंस परीक्षा में फेल हो गए थे. फिर 2020 में वह प्रीलिम्स भी पास नहीं कर पाए थे. 2021 में वह फिर से मेंस में फेल हो गए थे. अब तक उनके परिजन और दोस्त उन्हें ताने देने लगे थे. लोगों को लगता था कि यह प्रोफेशन उनके लिए नहीं है. हालांकि उन्होंने हार नहीं मानी और माता-पिता के सपोर्ट से 2022 में फिर परीक्षा दी. लेकिन इसमें भी वह प्रीलिम्स में फेल हो गए.

हर बार किया गलतियों का आकलन

आईएएस अफसर आशीष कुमार सिंघल ने चारों फेल्ड अटेंप्ट में अपनी गलतियों का आकलन किया था. वह कहते हैं कि 2019 में उन्होंने प्रीलिम्स की तैयारी तो की थी, लेकिन मेंस पर ध्यान नहीं दिया. फिर 2020 में भी उनकी तैयारी पर्याप्त नहीं थी. 2021 में वह यूपीएससी मेंस कटऑफ में सिर्फ 20 मार्क्स से पीछे रह गए थे. उस साल परीक्षा से मात्र 15 दिन पहले उनकी बहन की शादी थी और वह उसमें व्यस्त थे. 2022 वाले अटेंप्ट में असफल होने पर वह काफी निराश हुए थे.

5वें अटेंप्ट में बदली पूरी स्ट्रैटेजी

आशीष कुमार सिंघल ने इतने सेटबैक्स के बाद यूपीएससी परीक्षा की अपनी पूरी स्ट्रैटेजी बदल दी थी. अपने 5वें अटेंप्ट तक वह समझ गए थे कि उनकी स्ट्रैटेजी में ही कोई कमी रह जा रही है. इसीलिए यूपीएससी परीक्षा 2023 में उन्होंने अपनी अब तक की सभी गलतियों से सबक लेकर NCERT व सिलेबस के रिवीजन पर डबल फोकस किया. इस तरह से उन्होंने 2023 में 8वीं रैंक के साथ यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा पास की और सरकारी अफसर बन गए.

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