झारखंड में कम हुई बारिश से अगस्त तक।
रांची:-दक्षिणी छत्तीसगढ़ में बने कम दबाव के क्षेत्र का विस्तार फिलहाल विशाखापट्टनम तक दिख रहा है, लेकिन इसी क्षेत्र से ही होकर मानसून चूंकि टर्फ लाइन से गुज़र रहा है, इसलिए झारखंड के कुछ इलाकों में बेहतर बारिश होने की संभावना है, मौसम विज्ञान विभाग की मानें तो गुरुवार से आसमान में बादल छाए रहेंगे और राज्य के कई हिस्सों में मानसून सक्रिय हो जाएगा. अनुमान है कि 6 और 7 सितंबर को भारी बारिश हो सकती है, इसके लिए अलर्ट जारी किया जा रहा है, तो वहीं, आंकड़े बता रहे हैं कि कैसे इस मानसून सीज़न के पिछले तीन महीनों में झारखंड में कम बारिश दर्ज हुई है,
मौसम विभाग के मुताबिक अगले एक हफ्ते के दौरान झारखंड का तापमान भी तीन डिग्री तक कम ज़्यादा होता रहेगा
वहीं, पिछले हफ्ते राज्य में बारिश के चलते नदियों का जलस्तर बढ़ने की खबरें थीं, लेकिन फिलहाल किसी अप्रिय घटना के समाचार नहीं हैं, ताज़ा खबरों की मानें तो 2 सितंबर से राज्य के कई हिस्सों में मानसून सक्रिय हो सकता है, मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक टर्फ लाइन से कम दबाव के क्षेत्र के गुजरने का असर झारखंड में एक से दो दिन के भीतर दिखेगा, मानसून सीज़न, जून से 31 अगस्त तक के आंकड़े देखें तो झारखंड में 812 मिलीमीटर की अपेक्षा रहती है, लेकिन इस साल अब तक 779 मिलीमीटर बारिश हुई, 33 मिमी कमी के साथ ही चिंता की बात यह है, कि यह बारिश राज्य में असमान ढंग से हुई, लोहदरगा ज़िले मे बारिश की कमी दिखाई दी, दूसरी तरफ, रांची में बादल दो दिनों से छाए हुए हैं, लेकिन गौरतलब बारिश नहीं हुई।