झारखंड की पहली महिला राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने भारत के 15वें राष्ट्रपति के तौर पर किया शपथ ग्रहण


नई दिल्ली : सोमवार की सुबह 10.15 बजे झारखंड की पहली महिला राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में भारत के 15वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ग्रहण किया. उन्हें भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) एनवी रमण ने देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद की शपथ दिलाई. शपथ ग्रहण के बाद अपने संबोधन में द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि जोहार ! नमस्कार ! मैं भारत के समस्त नागरिकों की आशा-आकांक्षा और अधिकारों की प्रतीक इस पवित्र संसद से सभी देशवासियों का पूरी विनम्रता से अभिनंदन करती हूं. आपकी आत्मीयता, विश्वास और आपका सहयोग, मेरे लिए इस नए दायित्व को निभाने में मेरी बहुत बड़ी ताकत होंगे. द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद अपने पहले औपचारिक अभिभाषण के दौरान वहां मौजूद गणमान्य लोगों को संबोधित किया. अपने अभिभाषण ने कोरोना, डिजिटल, शिक्षा कई अहम मुद्दों को लेकर संबोधन दिया.


शपथ ग्रहण के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कि मेरे इस निर्वाचन में देश के गरीब का आशीर्वाद शामिल है, देश की करोड़ों महिलाओं और बेटियों के सपनों और सामर्थ्य की झलक है. उन्होंने मेरे लिए बहुत संतोष की बात है कि जो सदियों से वंचित रहे, जो विकास के लाभ से दूर रहे, वे गरीब, दलित, पिछड़े तथा आदिवासी मुझ में अपना प्रतिबिंब देख रहे हैं. ये भी एक संयोग है कि जब देश अपनी आजादी के 50वें वर्ष का पर्व मना रहा था, तभी मेरे राजनीतिक जीवन की शुरुआत हुई थी और आज आजादी के 75वें वर्ष में मुझे ये नया दायित्व मिला है.
.
