चांडिल : आदिवासी भूमिज मुंडा समुदाय का टूटा सब्र का बांध, सैकड़ों की संख्या में पहुँचे जिला मुख्यालय, किया प्रदर्शन, उपायुक्त से अविलंब जमीन माफियाओं से मुक्त कराने व दोषी अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग…
Saraikella : चांडिल अनुमंडल के आदिवासी भूमिज मुंडा समुदाय के लोग भू- माफियाओं एवं अनुमंडल व अंचल प्रशासन के खिलाफ गुस्से में हैं. शनिवार को इसका नमूना जिला मुख्यालय पर देखने को मिला. जहां सैकड़ों की संख्या में आदिवासी भूमि मुंडा समुदाय के लोग आदिवासी भूमिज मुंडा युवा एकता मंच झारखंड दिशुम के नेतृत्व में पारंपरिक हथियारों से लैस होकर प्रदर्शन करते हुए सीईओ, एसडीओ एवं जमीन माफियाओं पर नकेल कसने की मांग की.
बता दे इस दौरान समाज के लोगों ने एसडीओ और सीओ को हटाने की भी मांग की. इनका विरोध इनकी रैयती जमीन को गलत तरीके से कब्जा करने को लेकर था. इन्होंने बताया कि अंचल एवं अनुमंडल प्रशासन के साथ मिलीभगत कर भू-माफिया चांडिल के डोबो, पुडिसिल्ली एवं गौरी में भूमिज मुंडा समुदाय की जमीन को गलत दस्तावेज बनाकर कब्जा करने में लगे हैं, जिसपर अंचल व अनुमण्डल कार्यालय चुप्पी साधे हुए हैं.
वही इन्होंने पुडिसिल्ली मौजा के खाता नम्बर 33 ( रैयत गंभीर सिंह सरदार) 201 (रैयत सुकलाल सिंह भूमिज) के प्लॉट नम्बर 234, 250, 251, 252 एवं 374, खाता नम्बर 128 (रैयत विद्याधर भूमिज) एवं 87 व 89 (रैयत दुखु भूमिज) गौरी मौजा के खाता संख्या 125 एवं 131 (रैयत मोहन भूमिज) के जमीन का जिक्र करते हुए उपायुक्त से अविलंब उन्हें जमीन माफियाओं से मुक्त कराते हुए कब्जा दिलाने और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है.
उन्होंने ने बताया कि पूरे मामले में सीएनटी/ एसपीटी कानून का खुल्लम-खुल्ला उल्लंघन किया गया है, बावजूद इसके किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई है जिससे आदिवासी भूमिज मुंडा समाज के लोगों का अस्तित्व खतरे में है.