BIRTH ANNIVERSARY : भारतीय राजनीति के महान नेता और देश के नौवें प्रधानमंत्री थे पी. वी. नरसिम्हा राव जिन्होंने कभी खत्म किया था लाइसेंस राज…जानें कैसी थी उनकी जिंदगी…
लोक आलोक न्यूज सेंट्रल डेस्क:पी. वी. नरसिम्हा राव का जन्म 28 जून 1921 को आंध्र प्रदेश के करीमनगर जिले के एक छोटे से गांव वंगारा में हुआ था। उनका पूरा नाम पामुलापति वेंकट नरसिम्हा राव था। उन्हें भारतीय राजनीति में एक महान नेता के रूप में जाना जाता है।
नरसिम्हा राव की शिक्षा उस समय के प्रतिष्ठित उस्मानिया विश्वविद्यालय, मुंबई विश्वविद्यालय, और नागपुर विश्वविद्यालय में हुई थी। वे एक प्रतिभाशाली छात्र थे और उन्होंने कानून की भी पढ़ाई की थी । इसके अलावा, उन्हें विभिन्न भाषाओं का ज्ञान था, जिनमें हिंदी, अंग्रेजी, तेलुगु, मराठी, और संस्कृत शामिल हैं।
नरसिम्हा राव का राजनीतिक करियर 1950 के दशक में शुरू हुआ जब वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) में शामिल हुए। वे आंध्र प्रदेश राज्य के मुख्यमंत्री भी रहे। जब राजीव गांधी की हत्या हुई, तब आईएनसी ने नरसिम्हा राव को प्रधानमंत्री पद के लिए चुना।
प्रधानमंत्री के रूप में, नरसिम्हा राव ने भारतीय अर्थव्यवस्था को उदार बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए। उन्होंने डॉ. मनमोहन सिंह को वित्त मंत्री नियुक्त किया और आर्थिक सुधारों की शुरुआत की, जिसमें लाइसेंस राज को समाप्त करना, विदेशी निवेश को प्रोत्साहित करना और आर्थिक उदारीकरण शामिल थे। इन सुधारों ने भारतीय अर्थव्यवस्था को एक नई दिशा दी और देश को आर्थिक प्रगति की राह पर अग्रसर किया।
पी. वी. नरसिम्हा राव को कई प्रतिष्ठित पुरस्कार और सम्मान मिले हैं, जिनमें प्रमुख हैं: भारतरत्न,पद्म विभूषण,साहित्य पुरस्कार इन पुरस्कारों और सम्मानों ने उनके योगदान और उनके अद्वितीय नेतृत्व को मान्यता दी।
आज आपके जन्मदिन के अवसर पर हम आपको सादर नमन करते हैं और आपके अतुलनीय योगदान के लिए हृदय से धन्यवाद प्रकट करते हैं। आपके नेतृत्व में, भारत ने आर्थिक सुधारों की दिशा में साहसिक कदम उठाए, जिनसे हमारी अर्थव्यवस्था को नई ऊँचाइयाँ मिलीं। आपके दूरदर्शी नीतियों और अद्वितीय नेतृत्व ने देश को समृद्धि की ओर अग्रसर किया।
आपके द्वारा किए गए कार्य और सुधार हमारे देश के विकास में मील का पत्थर साबित हुए हैं। आपकी सेवा, समर्पण, और देश के प्रति आपकी अटूट निष्ठा को हम हमेशा याद रखेंगे। आपने जो मार्ग दिखाया है, वह हमें प्रेरित करता रहेगा।