झारखंड में अलकायदा मॉड्यूल पर बड़ा शिकंजा: मौलवी से डॉक्टर तक कई संदिग्ध गिरफ्तार…
झारखंड :भारत के खिलाफ आतंकी साजिश रचने की कोशिश में जुटे अलकायदा के इंडियन सब कॉन्टिनेंट (AQIS) मॉड्यूल के खिलाफ झारखंड ATS, दिल्ली पुलिस, और केंद्रीय एजेंसियों ने संयुक्त अभियान चलाया है। इस दौरान झारखंड के रांची, हजारीबाग, और लोहरदगा सहित यूपी के अलीगढ़, राजस्थान के भिवाड़ी, और ओडिशा में कुल 18 ठिकानों पर छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान रांची से डॉ. इश्तियाक अहमद और हजारीबाग से फैजान अहमद समेत कुल आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया।
रांची में गिरफ्तार डॉ. इश्तियाक अहमद, जो पेशे से रेडियोलॉजिस्ट हैं, को AQIS मॉड्यूल का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। इश्तियाक पर आरोप है कि वह भारत में ‘खिलाफत’ घोषित करने और एक बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहा था। उसके पास से एके-47 समेत कई हथियार और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए हैं। इश्तियाक को उसके घर से गिरफ्तार करने के बाद उसके लैपटॉप और मोबाइल की जांच की गई, जिसमें कई संदिग्ध सबूत पाए गए। इसके बाद उसे गुप्त स्थान पर ले जाकर पूछताछ की गई, जिससे अन्य शहरों में भी गतिविधियों की जानकारी मिली।
राजस्थान के भिवाड़ी से भी छह संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से अधिकतर झारखंड के रहने वाले हैं। ये लोग वहां कथित तौर पर आतंकी ट्रेनिंग ले रहे थे। वहीं, हजारीबाग से पकड़े गए फैजान अहमद को तीन दिनों के ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली ले जाया गया है।
झारखंड पुलिस के आईजी अभियान, अमोल वी होमकर ने बताया कि दिल्ली पुलिस की सूचना पर राज्य में 16 जगहों पर छापेमारी की गई, जिसमें आठ लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने बताया कि इन संदिग्ध आतंकियों के पास से अवैध हथियार, लैपटॉप, मोबाइल फोन और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
एटीएस ने लोहरदगा के कुडू इलाके में भी छापेमारी की। यहां अल्ताफ उर्फ इल्ताफ को पकड़ने का प्रयास किया गया, लेकिन वह नहीं मिला। हालांकि, उसके घर से दो हथियार और कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए। इसके अलावा, रांची के चान्हो इलाके से भी चार लोगों को हिरासत में लिया गया। इनमें मो. मोदब्बीर, मो. रिजवान, मुफ्ती रहमतुल्लाह मजहिरी, और मतीउर रहमान शामिल हैं।
हिरासत में लिए गए रहमतुल्लाह चटवाल के कुदरतनगर में एक मदरसा चलाते हैं, जबकि मतीउर की बीजूप अगला चौक में कपड़े की दुकान है। मो. मोदब्बीर और मो. रिजवान भी स्थानीय व्यवसायी हैं।
दिल्ली पुलिस के पीआरओ सुमन नलवा ने बताया कि स्पेशल सेल की खुफिया जानकारी के आधार पर तीन राज्यों की पुलिस के साथ मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। अभियान अभी भी जारी है, और मॉड्यूल से जुड़े अन्य संदिग्धों की तलाश की जा रही है।
इस तरह की कार्रवाई से यह साफ होता है कि सुरक्षा एजेंसियां आतंकी गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रही हैं और किसी भी साजिश को नाकाम करने के लिए तत्पर हैं।