आशुतोष गोवारिकर बने ‘सेंट ट्रोपेज़ मेडल’ पाने वाले पहले भारतीय निर्माता…

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लोक आलोक न्यूज सेंट्रल डेस्क:निर्माता आशुतोष गोवारिकर ‘सेंट ट्रोपेज़ मेडल’ से सम्मानित होने वाले पहले भारतीय फिल्म निर्माता बन गए हैं। सिनेमा में उत्कृष्टता के लिए फ्रांस के सेंट ट्रोपेज़ शहर में एक समारोह का आयोजन किया गया। जहां 1 जून को निर्वाण इंडियन कल्चर एंड सिनेमा फेस्टिवल में आशुतोष को प्रतिष्ठित ‘सेंट ट्रोपेज़ मेडल’ से सम्मानित किया गया।

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निर्माता आशुतोष गोवारिकर ने ‘लगान’ (2001), ‘स्वदेस’ (2004) और ‘जोधा अकबर’ (2008) जैसी बेहतरीन फिल्में बनाई हैं। मेडल पाने के बाद उन्होंने आभार व्यक्त करते हुए कहा, ‘मैं इस सम्मान के लिए सेंट-ट्रोपेज़ के मेयर सिल्वी सिरी को धन्यवाद देना चाहता हूं। मैं फ्रांस और भारत के सांस्कृतिक और सिनेमा उद्योगों के बीच संबंधों को मजबूत करने में योगदान देने के लिए उत्सुक हूं।

निर्वाण महोत्सव का दूसरा संस्करण सेंट ट्रोपेज़ में आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में निर्माता गोवारिकर के अलावा फ्रांस और मोनाको में भारतीय राजदूत ‘महामहिम जावेद अशरफ’ और ‘लॉर्ड रामी रेंजर’ को सेंट ट्रोपेज़ मेडल से सम्मानित किया गया। सम्मान पाने के बाद राजदूत अशरफ ने कहा, ‘मैं सेंट ट्रोपेज़ में आकर बहुत खुश हूं, मुझे निर्वाण महोत्सव का समर्थन करने में खुशी हो रही है, जिसका उद्देश्य फ्रांस और भारत के इतिहास के धागों को जोड़ना है।’ मेयर सिल्वी सिरी को विशेष धन्यवाद।’ वहीं, लॉर्ड रेंजर ने कहा, ‘भारतीय सांस्कृतिक और फिल्म महोत्सव, निर्वाण के दौरान सेंट ट्रोपेज़ मेडल स्वीकार करते हुए मुझे बहुत गर्व महसूस हो रहा है। सेंट ट्रोपेज़ का महाराजा रणजीत सिंह के साम्राज्य से बहुत खास रिश्ता है।’

इस कार्यक्रम में भारतीय फिल्म निर्माता लीना यादव की ‘पार्च्ड’ और जूड एंथोनी जोसेफ की ‘2018 – एवरीवन इज ए हीरो’ भी दिखाई गई। गोवारिकर की ‘स्वदेस’ को सेंट ट्रोपेज़ में भी दिखाया गया था। इस दौरान फिल्मों की स्क्रीनिंग के साथ-साथ भारतीय भोजन, फैशन, संगीत, नृत्य और योग से जुड़े कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए।

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