अभिव्यिक्त की आजादी पर हो रहे हमलो के विरूद्ध, प्रतिरोध दिवस गांधी मैदान, मानगो मे मना
जमशेदपुर : अभिव्यिक्त की आजादी पर हो रहे हमलो के विरूद्ध देश भर मे चलाया जा रहा प्रतिरोध दिवस समारोह गांधी मैदान मानगो ,जमशेदपुर मे भी पूरे जोशो-खरोश से सम्पन्न हुआ। जनवादी लेखक सँघ, सांझा नागरिक मंच, प्रोग्रेसिव कल्चरल एसोसिएशन, इप्टा, एवं अन्य संस्कृतिकर्मीगण की उपस्थिति में गांधी की आदमकद प्रतिमा और स्थानीय जनता इस आन्दोलन का गवाह बनी। मूर्ति पर माल्यार्पण के बाद काशी नाथ प्रजापति द्वारा गाया मेहनतकशों के हक से जुडा अभियान गीत ने क्रांतिकारी वातावरण तैयार किया। गायिका सुमैया ने रघुपति राघव गाकर गांधी को स्मरण किया। इप्टा की अर्पिता सरिवास्तव ने बच्चो द्वारा गांधी दर्शन मंचित किया। बरुण प्रभात ने देश मे चल रहे फांसीवादी शक्तियों की कारगुजारियों का खुलासा किया एवं धार्मिक साम्प्रदायिकता की निंदा की।अशोक शुभदर्शी ने केन्द्र द्वारा निर्गत पत्र पढा और सभी का स्वागत किया।सचिव डा उदय हयात ने द्वितीय सत्र का संचालन करते कहा- ‘सौ शहादत पर ये आजादी मिली/सब लडे हैं यह लडाई नोट कर।’ भाषण देने वालों मे अजय मेहताब, डा सुभाष चंद्र गुप्त,सिया शरण शर्मा , मन्थन जी,डी एन एस आनन्द,अरविंद अंजुम,प्रो अहमद बद्र , गौहर अजीज,असर भागलपुरी,तापस चटराज,जे पी सिंह,सुजय राय,अमित राय,श्यामल सुमन, पारस कुमार , विमल किशोर ,सुजय भट्टाचार्य एवं अन्य प्रमुख थे। आलोक उन्मन,रमेश हँसमुख विशेष कार्य किये। रमण के गाये गीत ने काफी प्रशंसा बटोरी। सँजय सोलोमन ने अच्छी नज्म सुनाई। अंत मे देवाशीष मुखर्जी ने धन्यवाद ज्ञापित किया।