आदित्यपुर : सार्वजनिक दुर्गा पूजा पंडाल में सिंदूर खेला का हुआ आयोजन, बंगाली समाज की महिलाओं ने अखंड सौभाग्य का मांगा वरदान, विदाई के समय भावुक हुईं महिलाएं, विश्व शांति को लेकर की गई विशेष रूप से पूजा-अर्चना : बाबू तांती….
आदित्यपुर : सरायकेला जिले में मंगलवार को विजयादशमी का पूजन किया गया. वही, बुधवार को वार्ड 20 स्थित गुमठी बस्ती मां मनसा मंदिर समीप श्री श्री सार्वजनिक दुर्गा पूजा पंडाल में सिंदूर दान उत्सव में महिलाओं ने उत्साह से बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और मां दुर्गा से अखंड सौभाग्य का वरदान मांगा. सिंदूर दान उत्सव के बाद दर्पण विसर्जन का कार्यक्रम हुआ. वहीं, मां दुर्गा, मां महालक्ष्मी, मां सरस्वती, शंकर भगवान एवं महिषासुर की प्रतिमाओं को दरबार से आगे खुले चौक में लगाया गया. जहां सिंदूरदान का उत्सव किया गया. इस उत्सव में सर्वप्रथम महिलाओं ने माता दुर्गा को सिंदूर लगाया और उनसे अखंड सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद लिया.
बता दे सिंदूर खेला में सभी महिलाओं ने एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर पर्व की बधाई भी दी. विजयदशमी के दिन बंगाली समुदाय में सिंदूर से होली खेलने की खास परंपरा रही है. मां दुर्गा को विदाई देने से पहले बंगाली समाज की महिलाओं ने सिंदूर की होली खेली. सुहागिन महिलाओं ने मां दुर्गा को सिंदूर लगाने के बाद एक-दूसरे को सिंदूर लगाया. इस दिन महिलाएं मां दुर्गा को सिंदूर लगाकर अपने सुहाग की रक्षा की प्रार्थना करती हैं.
इसके तहत मां दुर्गा की विदाई के पहले उन्हें सिंदूर लगाया जाता है. मान्यता है कि दुर्गा पूजा के दौरान मां दुर्गा अपने मायके आती हैं. दशहरा के दिन उन्हें सिंदूर लगाकर मायके से विदाई दी जाती है. इसके बाद वहां महिलाएं सिंदूर की होली खेलती हैं. इस दौरान कई जगह सिंदूर खेला का भी आयोजन किया गया. सिंदूर खेला में सुहागिन महिलाएं एक – दूसरे को सिंदूर दान करती हैं.
मौके पर संस्थापक विशेष कुमार उर्फ बाबु तांती, अध्यक्ष रमेश बालमुचू, सांसद प्रतिनिधि रुई दास चाकी, संरक्षक चंद्रशेखर दास, अरुण आचार्य, साधु शर्मा, राजेश लाहा, कौशलेन्द्र कुमार, बृजमोहन सिंह एंव सदस्य विकास तांती, मोहन पात्रो, नंदलाल दास, शंकर तांती, बिरबाहदुर महतो, बिट्टू महतो, अजय शर्मा, गोलु, सुधिर पान, केदारनाथ जयसवाल, विकास गुप्ता आदि शामिल रहे.