आदित्यपुर : औचक निरीक्षण में जलापूर्ति योजना का कार्य 4 माह से मिला बंद, कल बैठक कर मोर्चा लेगी अहम निर्णय

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आदित्यपुर:- जनकल्याण मोर्चा आदित्यपुर का एक प्रतिनिधि मंडल शनिवार को औचक रूप से सीतारामपुर में बन रहे वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट एवं सीतारामपुर डैम के पास बन रहे इंटेक् वेल का निरीक्षण किया. प्रतिनिधि मंडल में जनकल्याण मोर्चा के अध्यक्ष एवं अधिवक्ता ओम प्रकाश कार्यकारी अध्यक्ष शारदा देवी, प्रवक्ता दिवाकर झा, कार्यकारिणी के लक्ष्मण प्रसाद एवं मदन प्रसाद उपस्थित थे. सीतारामपुर डैम में बन रहे इंटेक् वेल पर कोई काम नहीं हो रहा था वहां उपस्थित लोगों ने बताया कि इस इंटेक वेल् का Piling का काम 3 अक्टूबर 2024 से बंद है. यह काम जिंदल के द्वारा Rudra Deven L F को दिया गया था एवं Rudra Deven L F ने  फिर से किसी शिवम कंस्ट्रक्शन को ऑफलोड कर दिया है. शिवम कंस्ट्रक्शन का कहना है की उनका लगभग 35 लाख रुपया रुद्र देवन कंपनी के ऊपर बाकी हो गया है जिसमें करीब 13 लाख रुपया लेबर पेमेंट का भी है. पैसा नहीं मिलने के कारण काम को बंद कर दिया गया है वहां उपस्थित लोगों ने बताया की शिवम कंस्ट्रक्शन की हालत इतने रुपए बकाया होने के कारण काफी खराब हो गई है और उन्होंने काम करना बंद कर दिया है. हैरानी की बात यह है की जिंदल कंपनी के द्वारा इस काम को चालू करने के लिए इस 4 महीने में किसी तरह का कोई प्रयास नहीं किया गया. इस प्रकार जब इंटेक वेल का काम बंद है जहां से पानी खींचकर वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में भेजना है तो यदि वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट सीतारामपुर बन भी जाता है तो वहां तक सीतारामपुर डैम से पानी  नहीं पहुंच पाएगा एवं आदित्यपुर की जनता को पानी नहीं मिल पाएगा. वर्तमान में भी सीतारामपुर इंटेक वेल के 6 मोटर में सिर्फ दो ही मोटर चल रहे हैं इसमें से एक भी मोटर खराब हो जाने पर सीतारामपुर इंटेक वेल से पुराने वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में पानी भी नहीं जा पाएगा इस परिस्थिति में वर्तमान में आदित्यपुर के जिन कुछ क्वार्टरों में पानी जा पा रहा है वह भी बाधित होने का खतरा है. इस प्रकार जिंदल कंपनी की घोर लापरवाही सामने आ रही है दूसरी तरफ वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट जो 30 एमएलडी का सीतारामपुर में बन रहा है उसके काम में प्रगति है लेकिन जिस रफ्तार से काम हो रहा है ऐसा नहीं लगता कि आगे भी 4 महीने में इस वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का काम पूरा हो पाएगा मौके पर जिंदल का कोई भी जिम्मेवार पदाधिकारी नहीं थे. बता दें कि सरकार ने जुडको के माध्यम से जिंदल को चौथी बार एक्सटेंशन देकर 31 मार्च 2025 तक काम पूरा करने का आदेश दिया था लेकिन 31 मार्च कल  है. लेकिन वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट का प्रगति बिल्कुल असंतोष है.
सापड़ा 60 M L D वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट का भी जल्द ही निरीक्षण किया जाएगा, लेकिन या साफ हो गया है की जिंदल के द्वारा किया जा रहा कार्य काफी संतोषजनक एवं निराशाजनक है. जनकल्याण मोर्चा कि कल 30 मार्च 2025  को कार्यकारिणी कमिटी की बैठक है उसे बैठक में सभी सदस्यों के विचार के बाद उचित निर्णय लिया जाएगा.

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