जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज में 28 अप्रैल को कुष्ठ रोग जागरूकता पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया

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जमशेदपुर (संवाददाता ):-जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज में 28 अप्रैल को कुष्ठ रोग जागरूकता पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कॉलेज के आंतरिक गुणवत्ता सुनिश्चयन प्रकोष्ठ (आईक्यूएसी), राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) एवं राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के संयुक्त संयोजन में आयोजित इस कार्यशाला में इंडिया लेप्रोसी फाउण्डेशन- सासाकावा के क्षेत्रीय समन्वयक सैम्युअल हांसदा, डॉ. राजीव कुमार महतो, डॉ. आर. के. मिश्रा ने छात्राओं को कुष्ठ रोग से संबंधित तमाम भ्रमों और मिथों की जानकारी दी और बताया कि इसका उपचार संभव है। सामान्य लक्षणों के दिखने पर समय रहते सरकारी अस्पताल में जरूर उपचार कराना चाहिए। वहाँ जांच से लेकर दवा तक नि:शुल्क है। वक्ताओं ने बताया कि यह बैक्टीरिया जनित बिमारी है जो संक्रमित के ड्रापलेट्स के माध्यम से फैलती है। छूने, हाथ मिलाने और साथ खाना खाने से नहीं फैलती। इससे संक्रमित व्यक्ति को उपचार और सहानुभूति की जरूरत है, बहिष्कार की नहीं। इससे पूर्व प्रभारी प्राचार्य डॉ सुधीर कुमार साहू ने स्वागत संबोधन करते हुए कहा कि सरकार, जनता और ऐसे ही संगठनों की जागरूकता और लगातार किये गए प्रयासों का परिणाम है कि आज कुष्ठ रोग भारत से लगभग समाप्त हो चुका है। फिर भी कुछ मामले सामने आये हैं। हमें पूरी जिम्मेदारी के साथ इसके उन्मूलन में सरकारी प्रयासों और ऐसी संस्थाओं का सहयोग करना चाहिए ताकि अभिशाप के रूप में समझी जाने वाली इस बिमारी के प्रति नजरिया बदल पाये और इसको जड़ से समाप्त किया जा सके। इस कार्यशाला में आईक्यूएसी समन्वयक एवं एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. रत्ना मित्रा व डॉ. कामिनी कुमारी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। मौके पर प्राचार्य सहित सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं, शिक्षकेत्तर कर्मी, एनसीसी व एनएसएस वालेंटियर्स मौजूद रहे।

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