क्यों पेपर लीक होने की जिम्मेदारी NTA पर आ रही है ? एग्जाम पेपर बनाने से लेकर एग्जाम होने तक क्या सब NTA देखेगी…
लोक आलोक न्यूज सेंट्रल डेस्क :- भारत में एनटीए विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं का आयोजन करने वाली एक संगठन है, जिसका स्थापना 2017 में की गई थी। यह संगठन भारतीय संस्थान अधिनियम 1860 के तहत गठित किया गया है। एनटीए की मुख्य उपाधिकारी श्री विनय जोशी हैं।
एनटीए की प्रमुख कार्यालय स्थापना नई दिल्ली में है। यह संगठन भारत में कई प्रमुख प्रवेश परीक्षाओं का आयोजन करता है जैसे कि नेट (National Eligibility Test), नीट (National Eligibility cum Entrance Test), जेईई (Joint Entrance Examination) मेंस आदि। ये परीक्षाएं विभिन्न विश्वविद्यालयों, विद्यालयों और संस्थानों में प्रवेश के लिए महत्वपूर्ण हैं।
पेपर तैयार करने की प्रक्रिया में एनटीए विशेषज्ञों को सम्मिलित करता है जो विभिन्न विषयों में विशेषज्ञता रखते हैं। पेपर की फाइनलाइजेशन के बाद, एक डेवलपर कमिटी द्वारा पेपर की जांच की जाती है और सभी आवश्यक सुधार किए जाते हैं।
पेपर को सील करने के बाद, यदि यह सीबीटी मोड (Computer Based Test) में होता है, तो इसे एनटीए के personal server पर लॉक किया जाता है। ऑफलाइन मोड में, पेपर को एक सुरक्षित स्थान पर स्ट्रॉंग रूम में रखा जाता है। परीक्षा से पहले, सुरक्षाकर्मियों के साथ एनटीए के अधिकारी भी मौजूद होते हैं जो पेपर की सील खोलते हैं और उसका वितरण सुनिश्चित करते हैं।
एनटीए ने इन सभी प्रक्रियाओं को सुचारू रूप से तैयार किया है ताकि परीक्षार्थियों को निष्पक्ष, न्यायसंगत, और एकांतिक रूप से परीक्षा देने का मौका मिल सके। इसके माध्यम से वे पेपर लीकेज और धांधली जैसी घटनाओं को रोकने का प्रयास करते हैं, जो परीक्षा प्रक्रिया की विश्वासीयता और परिपूर्णता को प्रभावित कर सकती हैं।