केन्या में बाढ़ ने मचाई तबाही, हर तरफ नजर आ रहा है पानी ही पानी; जानें सबसे परेशान करने वाली बात…
लोक आलोक न्यूज सेंट्रल डेस्क:-केन्या में भारी बारिश के बाद बाढ़ ने तबाही मचा दी है। अब तक कम से कम 38 लोगों की मौत हो चुकी है। बाढ़ की चपेट में आने की वजह से लाखों लोग प्रभावित हुए हैं।
केन्या में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। भारी बारिश के चलते देश के कई हिस्से भीषण बाढ़ की चपेट में आ गए है। बाढ़ की वजह से हालात बेकाबू हो गए हैं और अब तक 28 लोगों की मौत हो चुकी है। कहना गलत नहीं होगा कि तकरीबन आधा केन्या इस वक्त बाढ़ की चपेट में है। बाढ़ की वजह से लाखों लोग प्रभावित हुए हैं। सड़कों, गलियों और लोगों के घरों तक में पानी भर गया है। जगह-जगह रास्ते में वाहन पानी में डूबे हुए नजर आ रहे हैं। जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है और लोगों तक राहत भी नहीं पहुंच पा रही है।
नैरोबी में मुश्किल हालात
केन्या की राजधानी नैरोबी में बाढ़ की वजह से कई सड़कें बंद हो गई हैं और तमाम इलाकों में पानी भर गया है। नैरोबी में हालात काफी मुश्किल हो गए हैं, हर तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है। राहत और बचाव के कार्य में सरकार सभी संसाधनों का उपयोग कर रही है लेकिन हालात बेकाबू हैं। केन्या रेड क्रॉस सोसाइटी ने कहा कि उसने 18 लोगों को मथारे में बचाया है। ये लोग नैरोबी में हुई भारी बारिश की वजह से वहां फंस गए थे। देश के अन्य हिस्सों में भी लोगों की जान बचाने की कोशिश की जा रही है।
राहत मिलने के आसार नहीं
नैरोबी के दो प्रमुख राजमार्गों के कुछ हिस्से बाढ़ के पानी की वजह से डूब गए हैं। केन्या शहरी सड़क प्राधिकरण ने भी चार सड़कों को बाढ़ की वजह से बंद कर दिया है। सबसे ज्यादा परेशान करने वाली बात यह है कि मौसम विज्ञानियों ने जून के महीने तक बारिश होने की संभावना व्यक्त की है। केन्या में मार्च के महीने से बारिश हो रही है। लेकिन हाल के दिनों में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है।
लोगों को दी गई सलाह
बारिश के बाद निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को ऊंचे स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है। आंतरिक और राष्ट्रीय प्रशासन के कैबिनेट सचिव किंडिकी किथुरे ने पूर्वी क्षेत्र में मसिंगा और मध्य क्षेत्र में थिबा सहित बांधों के पास रहने वाले निवासियों को आगाह किया है। उन्होंने बांध के पास रहने वाले लोगों को वहां सेकही और भेजने के निर्दश जारी किए हैं। किथुर ने कहा कि बारिश की वजह से हालात बिगड़ रहे हैं और बाढ़ की वजह और अधिक लोग प्रभावित हो सकते हैं।