जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज में अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन
जमशेदपुर: जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज में आज अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर पर महाविद्यालय के सभी भाषा विभागों के द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सत्यप्रिय महालिक ने कहा कि इस जगत में सभी जीव अपनी अनुभूति व्यक्त करने के लिए भाषा का प्रयोग करते हैं। ज्ञान प्राप्ति के लिए भाषा एक अनिवार्य माध्यम है। मानव के विकास में भाषा का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। समूह में रहते हुए मानव, विज्ञान के साथ-साथ अपनी भाषा का भी विकास करता रहा है, इसी आधार पर सभ्यताएं विकसित होती आईं हैं। भारत की बात की जाए तो उपयोग के बिना सैकड़ों भाषाएं विलुप्त हो चुकी हैं, और दर्जनों विलुप्ति के कगार पर है। उन्होंने मोबाईल के दुष्प्रभावों की चर्चा करते हुए कहा कि इस यंत्र ने मानव की संवेदना और भावनाओं को क्षीण कर दिया है। आज पत्र लिखने की उपयोगिता को समाप्त कर दिया है, जिससे की भाषाओं और लिपियों का प्रयोग पत्र लेखन हेतु प्रायः समाप्त कर दिया है। उन्होंने विद्यार्थियों और शिक्षकों से अपनी-अपनी मातृभाषा को संरक्षित रखने का करते हुए उसके निरंतर प्रयोग करने की अपील की। प्रो कंचन गिरि ने भोजपुरी में लोकगीत, प्रो. राफिया बेगम ने उर्दू में शायरी, छात्रा खुशबू पोद्दार ने भोजपुरी में, प्रो. सुदेष्णा बनर्जी ने बांग्ला, तथा प्रो. हरेन्द्र पंडित ने मैथिली में कविता पाठ प्रस्तुत किया। इस अवसर पर हिंदी विभाग से विभागाध्यक्ष प्रो. सुनीता गुरिया, प्रो. कंचन गिरि, प्रो. सुदेष्णा बनर्जी, प्रो. हरेन्द्र पंडित, उर्दू विभाग से डॉ. राफ़िया बेग़म, प्रो. शाहिना नाज़, अंग्रेजी विभाग से डॉ. एस. मीनाक्षी व अन्य शिक्षक विद्यार्थी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन प्रो. सुदेष्णा बनर्जी तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रो. एस. मीनाक्षी ने किया।