खबर का असर :- जमशेदपुर के रेस्टोरेंट में हुक्का परोसने के खबर प्रकाशित होने के बाद पुलिस सक्रिय, हुई छापेमारी , एसपी ने कहा – नियम से अवहेलना नही होगी बर्दास्त, होटल संचालक ने वीडियो को गलत बताया, लेकिन क्या ब्लॉगर है हुक्का का शौकीन??

0
Advertisements
Advertisements
Advertisements

जमशेदपुर :- झारखंड राज्य में हुक्का पर प्रतिबंध घोषित है, लेकिन जमशेदपुर के कई बार और रेस्टोरेंट में बेधड़क परोसी जा रही है. एक DD के नाम से चर्चित एक बार एंड रेस्टोरेंट ने तो बकायदा एक सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर के मार्फ़त इंस्टाग्राम पर हुक्का परोसे जाने संबंधित विज्ञापन/प्रोमोशनल वीडियो जारी करवाया है. स्थानीय थाना/प्रशासन की रहस्यमयी चुप्पी यथा अभिज्ञता समझ से परे है. स्वास्थ्य मंत्री जी के विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत बिष्टुपुर जैसे पॉश इलाके में प्रतिबंधित नशे का नशापान करवाना क्या कानूनन सही है? इस खबर के लोक आलोक न्यूज में प्रमुखता से प्रकाशित करने के बाद जमशेदपुर पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए डीडी बार एवम रेस्टोरेंट में छापेमारी कर के खानापूर्ति की। क्योंकि एक तरफ इंस्टाग्राम में अपलोड किए गए वीडियो में ब्लॉगर के द्वारा रेस्टोरेंट में खाने के ऑफर के साथ हुक्का और ऑफर की तारीख और समय भी बताया गया है। लेकिन इस बात को प्रशासन और होटल संचालक के द्वारा गलत बताया जा रहा है।

Advertisements
Advertisements

सिटी एसपी ने क्या कहा


सिटी एसपी मुकेश लुनायत ने लोक आलोक न्यूज से बातचीत में बताया कि खबर की जानकारी होने पर छापेमारी की गई लेकिन किसी भी तरह की प्रतिबंधित सामग्री बरामद नहीं हुई। हालांकि सिटी एसपी ने दावे से इस बात को कहा कि किसी भी तरह की नियम की अवहेलना बर्दास्त नही की जाएगी। आने वाले समय में भी औचक निरीक्षण करने की भी बात कही। साथ ही सिटी एसपी ने इस वीडियो को पुराना भी बताया।

शहर में चर्चा में है मामला…

See also  नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी : भारतीय न्याय प्रणाली के सुधार पर बल और त्वरित न्याय की आवश्यकता पर चर्चा


सिटी एसपी के इस बयान के बाद शहर में इस बात की चर्चा बढ़ गई है कि आखिर कोई भी ब्लॉगर सोशल मीडिया में किसी का प्रमोशन मुफ्त में क्यो करेगा? और अगर किया भी तो खबर प्रकाशित होने के तुरंत बाद उसे डिलीट क्यो किया गया।

होटल संचालक की ओर से मीडिया को सूचित किया गया की हुक्का संबंधित कोई भी पेय पदार्थ रेस्टोरेंट में नहीं परोसा जाता है। और सरकार के द्वारा लागू नियमों को भी रेस्टोरेंट के द्वारा ध्यान रखा जाता हैं।

लेकिन वायरल प्रमोशनल वीडियो पुलिस के बयान और होटल के द्वारा जारी लेटर को मिला कर देखा जाए तो पब्लिक में यह खलबली मची हुई है की क्या भाजपा नेता के होटल होने के नाते इसे मैनेज कर लिया गया या मामला कुछ और है।


भाजपा नेता अंकित आनंद के द्वारा ट्वीट किए जाने के बाद वीडियो को हटा दिया गया और अंकित आनंद ने यह भी ट्वीट किया कि इस मामले को उठाने के बाद उनके पास कई कॉल आने लगे जिनमें उन्हें दबाव बनाया जा रहा था लेकिन इस तरह के मामलो में कोई कार्रवाई नहीं होना खुद में कई सवाल खड़ा करता है।

क्या ब्लॉगर है हुक्का का शौकीन??

सवाल यह भी है की अगर रेस्टोरेंट की तरफ से इस प्रमोशनल वीडियो को नही बनवाया गया था तो क्या ब्लॉगर खुद हुक्के का शौकीन है? या फिर ब्लॉगर ने किसी के दबाव में आ कर वीडियो बनाया।

Thanks for your Feedback!

You may have missed