एमजीएम अस्पताल में मरीज इलाज और एंबुलेंस के अभाव में मर रहे हैं, जबकि मंत्री जी शिलान्यास ओर उद्घाटन करने में व्यस्त: नीरज सिंह
जमशेदपुर : इस बारिश के मौसम में बीमारियों ने शहर को लपेटे में ले रखा है. डेंगू समेत अन्य मौसमी बीमारियों की वजह से अस्पतालों में लगातार मौते हो रही है। भारतीय जनता पार्टी उद्योग प्रकोष्ठ के प्रदेश संरक्षक नीरज सिंह ने जिले में स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था के बावजूद क्षेत्र के विधायक सह स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के कानों पर जूं तक नहीं रेंगने का आरोप लगाते हुए उनसे नैतिक आधार पर पद से इस्तीफा देने की मांग की है. नीरज सिंह ने याद दिलाया है कि स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता स्वयं जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के निवासी हैं, जबकि विगत 30 दिनों में उनके विधानसभा क्षेत्र के 10 सहित कुल 25 बच्चों की जान जा चुकी है. और यह आंकड़ा सिर्फ टाटा मेन हॉस्पिटल का है.
उन्होंने सवाल किया कि आखिर इसके लिए जिम्मेवार कौन ‘है? इसी प्रकार जमशेदपुर शहर सहित पूरे जिले में विगत दो-तीन महीने से डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, किन्तु संवेदनहीन सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है. नीरज ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री सिर्फ बड़ी- बड़ी बातें और वायदे करते हैं. पूरे शहर में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की कोई व्यवस्था नहीं दिख रही है. उन्होंने कहा कि एमजीएम अस्पताल में मरीज इलाज और एंबुलेंस के अभाव में मर रहे हैं, जबकि मंत्री जी शिलान्यास ओर उद्घाटन करने में व्यस्त हैं. यही नहीं, पत्रकारों द्वारा क्षेत्र की जनता के स्वास्थ्य और सरकारी व्यवस्था पर सवाल किये जाने पर मंत्री जी द्वारा कविता और मुहावरे सुनाकर सवाल का सीधा जवाब न देते हुए उसे टालने की कोशिश की जाती है. उन्होंने कहा कि एक माह में इतनी बड़ी संख्या में बच्चों की मौत की घटना के बाद तो मंत्री जी को नैतिकता के आधार पर खुद मंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.