फैक्ट्रियों के ऊपर गोल-गोल चांदी के लोटे जैसे गुंबद क्यों बनाए जाते हैं? आपने देखे हैं ऐसे गुंबद ?
ऐसी कई चीजें हैं जो हम कई बार देखते तो हैं लेकिन उनका मतलब नहीं जान पाते या समझ नहीं आता की आखिर ये है क्या. आपने कई बार ट्रेवलिंग के दौरान रास्ते के किनारे बने फैक्ट्रियों के ऊपर लगे गुंबद जैसी आकृति को देखा होगा. ये आकृति चांदी के लोटे जैसा ही नजर आता है. लेकिन आखिर ये होता क्या है?
ये आकृति आपको कई फैक्ट्रियों, वेयर हाउस, रेलवे स्टेशन पर देखने को मिल जाएगा. दूर से देखने पर ऐसा लगता है जैसे ये कोई गुंबद है. या फिर लगता है कि चांदी के लोटे को उल्टा कर फैक्ट्री के ऊपर रख दिया गया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये आकृति है क्या और इसे लगाया क्यों जाता है. अगर आपने भी इस आकृति को देखा है लेकिन इसका जवाब नहीं जानते है तो चलिए आज जानते हैं।
रूफटॉप वेंटिलेटर या टर्बाइन वेंटिलेटर के नाम से भी जाना जाता है
फैक्ट्री, रेलवे स्टेशन, वेयर हाउस के ऊपर लगी ये आकृतियां टर्बो वेंटिलेटर के नाम से जानी जाती है. इसके अलावा इन्हें रूफटॉप वेंटिलेटर या टर्बाइन वेंटिलेटर के नाम से भी जाना जाता है. पहले के समय में घरों से गर्म हवा बाहर निकलने के लिए छत पर गोल छेद छोड़े जाते थे. आज के समय में इनका ही मॉडर्न रुप बना है ये वेंटिलेटर. कमरे से, फैक्ट्री से गर्म हवा को बाहर निकालने के लिए इस टर्बो वेंटिलेटर का इस्तेमाल किया जाता है.
तापमान को रखता है नियंत्रित
जब फ़ैक्ट्री में काम चलता है तो अंदर कई मजदुर रहते हैं. भीड़ की वजह से अंदर काफी गर्मी हो जाती है. इसके अलावा अंदर चल रहे काम से कई तरह के गैस भी बन जाते हैं. बारिश के मौसम में नमी हो जाती है. इन गैसों, नमी और गर्मी की वजह से अंदर लोगों को काफी मुश्किल होती है. इस समस्या को सॉल्व करने के लिए इस टर्बो वेंटिलेटर को लगाया जाता है. ये धीरे-धीरे गोल घूमते हैं. इससे ये अंदर की नमी को बाहर फेंक देते हैं. इस तरह अंदर का तापमान नियंत्रित रहता है.