पहले एडमिशन के नाम पर ठगी, फिर पीड़ित के नाम पर ही ले लिया लोन, प्रेमिका के लिए करता था ठगी
जमशेदपुर (संवाददाता ):-पहले तो वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में एडमिशन के नाम पर 16 लाख की ठगी की फिर पीड़ित के ही नाम पर कुल 18 लाख रुपए का लोन ले लिया. मामले का खुलासा तब हुआ जब पीड़ित के मोबाइल पर ईएमआई का मैसेज आने लगा. मामला जमशेदपुर के सीतारामडेरा थाना क्षेत्र का है जहां भुईयांडीह निवासी राहुल कुमार सिंह ने भालूबासा निवासी विजय कुमार दास को अपना निशाना बनाया. हालांकि, जानकारी मिलते ही विजय ने सीतारामडेरा थाना में मामले की लिखित शिकायत की जिसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए राहुल को साकची से पकड़ लिया. अब विजय पर समझौते का दबाव बनाया जा रहा है. वहीं मामले को लेकर विजय कुमार दास के चचेरे भाई दुलाल कुमार दास ने समझौता करने से इंकार कर दिया है.
प्रेमिका को आई फोन पर महंगे समान करता था गिफ्ट
पुलिस द्वारा पूछताछ में यह बात सामने आई है कि ठगे हुए रुपयों से राहुल अपनी प्रेमिका को आई फोन और महंगे समान गिफ्ट करता था. वह अपनी प्रेमिका के लिए महंगे महंगे कपड़े भी खरीदता था और खुद के लिए एक कार भी खरीदी थी.
ऐसे दिया था ठगी को अंजाम
जानकारी देते हुए दुलाल ने बताया कि उसके चचेरे भाई विजय दास टेल्को में काम करते है. उन्होंने अपने बेटे संकल्प दास के एडमिशन के लिए एक कंसलटेंसी से संपर्क किया था. कंसलटेंसी के संचालक राहुल सिंह ने एडमिशन के नाम पर कई बार में कुल 16 लाख रुपए लिए. दो माह पूर्व जब संकल्प के रजिस्ट्रेशन के लिए वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी पहुंचे तो बताया गया की जिस रजिस्ट्रेशन नंबर पर संकल्प का एडमिशन हुआ है वह फर्जी है. उस रजिस्ट्रेशन नंबर पर किसी लड़की का एडमिशन हुआ है. इसके बाद उन्होंने राहुल पर रुपए वापस देने का दबाव बनाया. कुछ दिनों पहले विजय दास के मोबाइल पर 84 हजार रूपए ईएमआई भरने का मैसेज आने लगा. जांच करने पर पता चला कि आईसीआईसीआई और एक्सिस बैंक के अलावा कई स्मॉल फाइनेंस बैंक से कुल 18 लाख रुपए का लोन ले लिया गया है और वह लोन राहुल।ने लिया है. शिकायत पर पुलिस ने उसे हिरासत में लिया है पर उन्हे समझौते के लिए दबाव बनाया जा रहा है.