जमशेदपुर : विश्व मानवाधिकार दिवस पर राजनीति विज्ञान विभाग एल बी एस एम कॉलेज में संगोष्ठी का आयोजन किया गया. जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में मनोज कुमार मिश्रा, अध्यक्ष, झारखंड मानवाधिकार केंद्र, जमशेदपुर ने कहा कि भारत में कुपोषण की स्थिति भयावह है। 121 देशों में 107 रैंक में भारत में भुखमरी है। हम सभी मानवाधिकार की रक्षा के लिए अपने स्तर से प्रयास करें। रोटी बैंक बनाकर हम प्रतिदिन दो हजार लोगों को भोजन दे रहे हैं। डॉ.अशोक कुमार झा ने कहा कि समस्त अधिकारों का उपयोग मिलजुलकर करना चाहिए। भारत में प्राचीन काल से ही मानवीय गरिमा को सर्वोच्च स्थान प्रदान किया गया है। वसुषैव कुटुम्बकम एवं सर्वे भवन्तु सुखिन का उदघोष वस्तुत मानवाधिकार की मूल अवधारणा है।
स्वागत भाषण एवं विषय प्रवेश करते हुए प्रो विनय कुमार गुप्ता, विभागाध्यक्ष, राजनीति विज्ञान ने कहा कि भारत के संविधान में प्रारंभ से ही मानवाधिकार के तत्वों को जगह प्रदान की गई है और मानवाधिकार आयोग की स्थापना करके मानव के अधिकारों की रक्षा की जा रही है लेकिन अभी बहुत कुछ करना जरूरी है। 2022 का थीम है गरिमा, स्वतंत्रता एवं सभी के लिए न्याय। प्रो बिनोद कुमार, डा विजय प्रकाश, डा सुधीर कुमार एवं हेमा ने भी वक्तव्य दिए। आनंद बेसरा ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। कार्यक्रम में डा निभा शुक्ला, सलावत महतो, ऋषि गुप्ता, प्रो अरविंद प्रसाद पंडित, डा प्रशांत, प्रो ऋतु, प्रो मोहन साहू, प्रो संजीव मुर्मू सहित सैकड़ों विद्यार्थी उपस्थित रहे।