जल जीवन मिशन के तहत जिला उपायुक्त के अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभागार में विश्व जल दिवस- 2022 के अवसर पर जल गुणवत्ता विषय पर जिला स्तरीय संवाद कार्यक्रम का आयोजन
चाईबासा:- पश्चिमी सिंहभूम जिला समाहरणालय स्थित सभागार में जिला दंडाधिकारी-सह-जिला उपायुक्त अनन्य मित्तल के अध्यक्षता एवं उप विकास आयुक्त श्री संदीप बक्शी, अपर उपायुक्त संतोष कुमार सिन्हा, जिला भू अर्जन पदाधिकारी श्री एजाज अनवर, सहायक समाहर्ता रवि जैन(भा.प्र.से), अधीक्षण अभियंता, कार्यपालक अभियंता-पेयजल एवं स्वच्छता विभाग सहित सहायक अभियंता, कनीय अभियंता जल सहिया की उपस्थिति में जल जीवन मिशन के तहत विश्व जल दिवस 2022 के उपलक्ष्य पर जल गुणवत्ता विषय आधारित जिला स्तरीय संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। संवाद कार्यक्रम में उपस्थित प्रतिभागियों के द्वारा उपायुक्त के नेतृत्व में पानी बचाने और उसके विवेकपूर्ण एवं समुचित उपयोग के साथ ही पानी की हर एक बूंद का संचयन तथा “कैच द रेन” अभियान को बढ़ावा देने में पूरा सहयोग करने का जल शपथ लिया गया।
उक्त कार्यक्रम में संबोधन के दौरान उपायुक्त ने कहा कि हम सभी पानी को अनमोल संपदा मानते हुए इसका उपयोग करें तथा अपने परिवारजनों, मित्रों और पड़ोसियों को जल व्यर्थ नहीं करने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने बताया कि संवाद कार्यक्रम में शुद्ध पेयजल की आवश्यकता तथा उपलब्धता के साथ-साथ जिला अंतर्गत प्रत्येक घरों में नल से जल पहुंचाया जा सके और आने वाले समय में इसका सही से इस्तेमाल किया जा सके, जैसे विषयों पर विस्तृत रूप से चर्चा किया गया। उन्होंने बताया कि जल संचयन किसी अकेले व्यक्ति का कार्य नहीं है, भविष्य में किसी भी प्रकार के त्राहिमाम परिस्थितियों से बचने के लिए जन आंदोलन के रूप में हम सभी को इसके लिए कार्य करना है। क्योंकि यह ग्रह हमारा है और हम ही इसे बचा सकते हैं और आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित कर सकते हैं।
उपायुक्त के द्वारा बताया गया कि जल जीवन मिशन के तहत 2024 तक हर घर तक शुद्ध जल पहुंचाने तथा जल गुणवत्ता पर विशेष रुप से ध्यान दिया गया है। जल गुणवत्ता संवाद कार्यक्रम के दौरान समुदायिक स्तर पर बेहतर कार्य करने वाले 12 जल सहिया को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया तथा मिशन के उद्देश्यों व संदेशों को समुदाय स्तर पर संवाद के माध्यम से पहुंचाने एवं जल जीवन मिशन को जन आंदोलन में परिवर्तित करने हेतु प्रोत्साहित किया गया।