अंकिता सिन्हा ने नव वर्ष में मेरठ में आयोजित कवि सम्मेलन में दी दमदार प्रस्तुति , गीतों और गजलों के लिए ही शब्दों की बदली छाई…गीतों और गजलों के लिए ही शब्दों की बदली छाई…

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जमशेदपुर। वर्ष 2022 के शुरुआत में जमशेदपुर झरखड़ की ख्याति प्राप्त युवा कवयित्री अंकिता सिन्हा ने यूपी। के मेरठ में आयोजित कवि सम्मेलन में दमदार प्रस्तुति देकर दर्शको से खूब वाहवाही लूटी। अपनी काव्य पाठ की बारी आने पर जैसे ही अंकिता सिन्हा ने अपनी रचनाओं की प्रस्तुति की शुरुआत की पूरा सभागार दर्शकों की तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। अंकिता ने अपनी इस रचना से शुरुआत की…
गीतों और ग़ज़लों के लिए ही शब्दों की बदली छाई। खिल गई है साहित्य की बगिया, मौसम ने ली अंगड़ाई। तालियों की हो गूंज, मुझे भी सब का आशीर्वाद मिले, अंकिता रस धार बहाने मेरठ की धरती आई।
ग़ज़ल
हम सब से अलग, सब से जुदा ढूंढ रहे हैं। इक उम्र से जीने की अदा ढूंढ रहे हैं।। इस शहरे सितमगर में वफ़ाएँ नही मिलती
भोले हैं बहोत,आप भी क्या ढूँढ़ रहे हैं। सब जानते हैं सब का ख़ुदा एक है, लेकिन पर लोग यहाँ अपना ख़ुदा ढूंढ रहे हैं।। जिस शक़्स को इक उम्र यहाँ खोजते गुज़री। उस शक़्स को हम अपने सिवा ढूंढ रहे हैं।। मिलता ही नही अंकिता ज़ख्मों के सिवा कुछ। क़ातिल के नगर,दुख की दवा ढूंढ रहे हैं।।
मेरठ में करवान ए मुहब्बत हिंदी उर्दू ऑल इंडिया ट्रस्ट की ओर से मुशायरा और कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर देश के कई शहरों से पधारे कवि और कवयित्रियों ने अपनी रचनाओं की एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी, जिसको सभी काफी सराहना की।
कवयित्रियों में माला सिंह मेरठी, छतीसगढ़ से महुवा तिवारी, सुषमा सवेरा, कविता कुसुमकर मेरठी, रचना सिंह के साथ कवियों में राजेश शर्मा, आनंद पाठक, गुरुचरण सिंह, हुनर रसूलपुर, वसीम सहित अन्य शामिल थे।

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