मनरेगा अंतर्गत संचालित योजनाओं द्वारा किसान बन रहे आत्मनिर्भर, अपनी हि जमीन पर खेती कर आमदनी के श्रोत को बढ़ा रहे ग्रामीण….
सरायकेला खरसावां:- सरायकेला जिला अंतर्गत कुचाई प्रखंड जिला का एक ग्रामीण प्रखंड है जहां के ग्रामीण वासियों की आजीविका का मुख्य श्रोत कृषि है, वहीं दूसरी आजीविका का श्रोत ग्रामीणों के लिए मनरेगा है।बराहातु पंचायत अंतर्गत लोग खेती में निपुण एवं परिश्रमी है, परंतु ग्रामीणों को खेती के लिए वर्षा का पानी पर हि निर्भर रहना पड़ता है साथ ही वर्षा के पानी को व्यवस्थित तरीके से खेत तक ले जाने की सुविधा भी नहीं भी नहीं थी। ग्रामीणों के प्रयास से उक्त स्थान पर मनरेगा से चार से पांच छोटी बड़ी कच्ची नालियों का प्रस्ताव तैयार कर ग्राम सभा से पारित कराते हुए स्वीकृति दी गई। देखते ही देखते कुछ नालियों का कार्य भी किया गया एवं पूर्ण कराया गया। जैसे ही बारिश होती उस नालियों द्वारा वर्षा का पानी खेतों में जाने लगा ग्रामीणों में काफी उत्साह का माहौल था, धीरे-धीरे किसानों की संख्या बढ़ती गई ग्रामीणों ने भी निर्माण की योजना में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने लगे साथ ही योजनाओं की संख्या में भी वृद्धि हुई। अंततः उक्त क्षेत्र में कुल 11 छोटी बड़ी कच्ची नालियों का निर्माण हुआ जिससे सुरसी,डूमरडीह एवं पोडाडीह गांव के 18 से 22 एकड़ जमीन पर खेती संभव हो पाया है।