लोक आलोक न्यूज के खबर का असर , प्रकाशित खबर को संज्ञान मे लेते हुए स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को 2 महीने बाद घायल जवान की खबर लेने की आई याद , हर संभव मदद का दिया भरोसा

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जमशेदपुर :- झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता तकरीबन दो महीने बाद सीमा पर तैनाती के दौरान घायल जवान के घर आज पहुँचे । बता दें कि सोनारी निवासी उमेश सिंह बीते 12 अगस्त को आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में गोली लगने से घायल हो गए थे जिसके बाद उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं था । झारखंड सरकार की ओर से कोई उनके घर जाकर उनका हाल चाल भी जानना जरूरी नहीं समझा। जबकि स्वास्थ्य मंत्री हर हफ्ते जमशेदपुर जरूर आते है । लेकिन बीते लगभग 2 महीने में कई बार आने के बाद भी जवान का हाल जानने लोक आलोक न्यूज मे खबर प्रकाशित होने के बाद पहुँचे ।

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ज्ञात हो कि जमशेदपुर के सोनारी के उमेश सिंह को देश के बॉर्डर पर पुलवामा में बीते 12 अगस्त को आतंकवादियों से मुठभेड़ के दौरान बाएं पैर में गोली लग गई । जिसके बाद आनन फानन में स्थानीय अस्पताल में उनका उपचार कराया गया और फिर सेना के एक जवान के साथ वे 26 अगस्त को जमशेदपुर पहुँचे। दुर्भाग्य की बात यह है कि देश को दुश्मनों से बचाने वाले जवान को गोली लगने के बाद भी झारखंड सरकार के ओर से कोई उनका हाल जानने भी नहीं पहुंचा । उमेश सिंह के जमशेदपुर आने के पहले सरयू राय उनके सोनारी आवास पर गए थे और हर संभव मदद देने का वादा भी किया था लेकिन जवान उमेश सिंह कि क्या स्थिति है जमशेदपुर पहुँचने के बाद यह पूछने वाला कोई नहीं । उमेश सिंह बताते है कि अपनी ड्यूटी के दौरान सामने बिल्डिंग में रॉकेट लॉन्चर लिए हुए आतंकवादियों को देखा । जिसके बाद अपने साथियों पर हमला न हो इस बात का ध्यान रखते हुए ताबड़तोड़ गोलियां चलानी शुरू कर दी । इसी दौरान इनके बाएं पैर में गोली लग गई । जिसके बाद उपचार के लिए स्थानीय अस्पताल ले जाया गया । जमशेदपुर आने के बाद से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ एवं पूर्व सैनिक सेवा परिषद के द्वारा देखभाल की जा रही है । लेकिन सरकार के ओर से कोई सुध लेने वाला नहीं था इस खबर को लोक आलोक न्यूज ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था जिसको संज्ञान मे लेते हुए स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता आज घर जाकर परिवार वालों से मिले और हर संभव मदद का भरोसा दिया ।

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बता दें कि उमेश सिंह तीन भाई है वे सबसे छोटे है बड़े भाई राजेश कुमार भी सीआरपीएफ में है जो पश्चिम बंगाल में स्थापित है और मंझला भाई राकेश कुमार सिंह कदमा थाने में एएसआई है ।

यह भी देखें :- https://lokalok.in/citys-jawan-umesh-singh-was-shot-on-the-border-no-one-went-home-to-ask-the-state-government-the-health-minister-comes-every-week-to-the-city-but-it-was-not-necessary-to-know-the-condition-dr-san/

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