गोविंदपुर स्थित विवेक विद्यालय की मनमर्जी बरकरार , कोरोनाकाल में सरकार की नियमों को ताख पर रखकर फीस मे हुई तिगुनी वृद्धि , स्कूल प्रबंधन मौन , जिम्मेदार आखिर कौन ????
जमशेदपुर :- कोरोना काल मे प्राइवेट स्कूल की मनमानी किसी से छुपी नहीं है । एक तरफ जहां फीस वसूलने के मामले को लेकर सरकार का कहना है कि केवल टयूसन फी ही लेना है , वही प्राइवेट स्कूल इस बात पर अड़े हुए है कि वे अपनी मनमर्जी को बरकरार रखेंगे । मामला जमशेदपुर के गोविन्दपुर स्थित विवेक विद्यालय का है जो आए दिन विवादों मे घिरा ही रहता है । ज्ञात हो कि इससे पहले भी मीडिया में खबर आ चुकी है लेकिन स्कूल प्रबंधन को कोई फर्क नहीं पड़ता है । सरकार जहाँ टयूसन फी लेने की बात कर रही है वही विवेक विद्यालय में सरकार के नियमों का हवाला देते हुए टयूसन फी को लगभग तीन गुना कर दिया गया और अब वही पेरेंट्स से वसूला जा रहा है । बता दें कि अभिभावको का आरोप है कि वर्ष 2019-20 में टयूसन फी के नाम पर मात्र 520 रुपया लिया जाता था , लेकिन जब से सरकार का आदेश आया कि टयूसन फी के अलावे अन्य फी नहीं लिया जाएगा तभी से स्कूल प्रबंधन ने इसे बढ़ाकर 1400 कर दिया । और वर्ष 2021-22 में इसे बढ़ाकर 1610 कर दिया गया है । सवाल यह है कि अचानक से फी में इतनी वृद्धि आखिर किस नियम और किसके आदेश के अनुसार किया गया है ? हालांकि इस मामले मे लोक आलोक की टीम जब स्कूल पहुंची तो किसी भी प्रकार की जानकारी देने से मना कर दिया गया । साथ ही कहा गया कि डीईओ साहब को सब जानकारी है । लेकिन पिछले 2 वर्षों का फी स्ट्रक्चर स्कूल प्रबंधन के पास उपलब्ध ना होने की बात भी कही गई । खास बात यह है कि किसी भी तरह के मामले मे स्कूल के प्रिंसिपल बात नहीं करते है । अगर कोई जानकारी भी लेनी हो तो भी अपनी चुप्पी बरकरार रखते है । बाकी मामले की जानकारी देने के पहले ही स्कूल के तथाकथित वाइस प्रिंसिपल महतो जी मामले को टाल मटोल करने में लग जाते है और दूसरी मीटिंग की बात भी करने लग जाते है । साथ ही अपने स्कूल की बात नहीं कर के शहर के अन्य स्कूल के कारनामे पर भी सवाल खड़े करने लगते है लेकिन सही तरीके से किसी भी बात की जानकारी नहीं दी जाती है ।