फेफड़ों को बनाएं मजबूत: जानिए 7 योगासन जो बढ़ा सकते हैं आपकी लंग कैपेसिटी…



लोक आलोक सेंट्रल डेस्क:योग केवल एक व्यायाम नहीं, बल्कि एक संपूर्ण जीवनशैली है। यह शारीरिक, मानसिक और आत्मिक विकास में सहायक होता है। योग के आठ अंग होते हैं— यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि। इनमें से आसन और प्राणायाम शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी माने जाते हैं।


आज के दौर में प्रदूषण और खराब जीवनशैली की वजह से फेफड़ों की सेहत पर असर पड़ता है। ऐसे में कुछ विशेष योगासन फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। आइए जानते हैं ऐसे 7 योगासन जो फेफड़ों को स्वस्थ और मजबूत बनाने में सहायक हैं:
1. ताड़ासन (Mountain Pose):
यह आसन शरीर की मुद्रा सुधारता है, छाती को खोलता है और फेफड़ों को पूरी तरह फैलने में मदद करता है। यह सांस पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है जिससे श्वसन क्षमता बेहतर होती है।
2. भुजंगासन (Cobra Pose):
यह आसन छाती और फेफड़ों को फैलाता है जिससे श्वसन मार्ग साफ होता है। यह डायाफ्राम को मजबूत करता है और फेफड़ों की लोच बढ़ाता है।
3. धनुरासन (Bow Pose):
यह आसन छाती और थोरैक्स को खोलता है जिससे फेफड़ों को फैलने की जगह मिलती है। यह पीठ की मांसपेशियों को भी मजबूत करता है और श्वसन में सहायता करता है।
4. उष्ट्रासन (Camel Pose):
यह आसन फेफड़ों को फैलाने और छाती व पसलियों को खोलने में मदद करता है। यह ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाता है और लंग्स की लचीलापन बढ़ाता है।
5. सेतु बंधासन (Bridge Pose):
यह बैकबेंडिंग आसन छाती को ऊपर उठाता है और फेफड़ों को मजबूती देता है। यह थायरॉयड और फेफड़ों को उत्तेजित करता है जिससे ऑक्सीजन का प्रवाह बेहतर होता है।
6. अर्ध मत्स्येन्द्रासन (Seated Spinal Twist):
यह आसन छाती में जमी तनाव को दूर करता है और पसलियों की गति को बढ़ाता है जिससे गहरी सांस लेना आसान होता है।
7. अनुलोम-विलोम (Alternate Nostril Breathing):
यह प्राणायाम तकनीक फेफड़ों की कार्यक्षमता को सुधारती है, ऑक्सीजन के अवशोषण को बढ़ाती है और तंत्रिका तंत्र को शांत करती है।
फेफड़ों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए इन योगासनों को नियमित रूप से करें। यह न केवल श्वसन प्रणाली को मजबूत बनाएंगे, बल्कि पूरे शरीर को ऊर्जा से भर देंगे।
