Baisakhi 2025: इस बैसाखी अधूरी रह जाएगी आपकी थाली, अगर नहीं चखे पंजाब के ये 5 पारंपरिक पकवान, जानें कौन – कौन सा व्यंजन है लिस्ट में शामिल…



लोक आलोक सेंट्रल डेस्क:बैसाखी का पर्व हर साल 13 या 14 अप्रैल को बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। यह पर्व पंजाब में फसल कटाई की शुरुआत का प्रतीक है और उत्तर भारत के सबसे रंग-बिरंगे त्योहारों में से एक माना जाता है। सिख धर्म में यह दिन विशेष महत्व रखता है, क्योंकि इसी दिन 1699 में दसवें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना की थी।


बैसाखी के अवसर पर जब ढोल की थाप पर भांगड़ा और गिद्धा गूंजते हैं, मेलों की रौनक हर दिशा में फैलती है, तब इन सबके बीच पंजाबी पकवान त्योहार को और भी खास बना देते हैं। इस बैसाखी 2025 पर जरूर चखिए पंजाब की इन पारंपरिक स्वादिष्ट थालियों को:
1. सरसों दा साग और मक्की दी रोटी
पंजाब की मिट्टी की सोंधी खुशबू को अगर किसी थाली में महसूस किया जा सकता है, तो वो है सरसों दा साग और मक्की दी रोटी। देसी घी, लहसुन और अदरक से तड़का लगा हुआ सरसों का साग मक्के की रोटी और सफेद मक्खन के साथ सर्दियों से वसंत में प्रवेश का पारंपरिक स्वाद है।
2. छोले भटूरे
तेज मसाले, खटास और नरम-फूले हुए भटूरे – छोले भटूरे किसी भी पंजाबी त्योहार की जान हैं। प्याज और अचार के साथ परोसे जाने वाले यह व्यंजन बैसाखी के दिन नाश्ते या दोपहर के भोजन के लिए एकदम परफेक्ट हैं।
3. कढ़ी पकोड़ा
बेसन और दही से बनी खट्टी-मीठी कढ़ी, जिसमें तले हुए कुरकुरे पकोड़े डाले जाते हैं, पंजाबी घरों में एक आरामदायक और स्वाद से भरपूर व्यंजन माना जाता है। इसे चावल या रोटी के साथ परोसा जाता है और त्योहारों के खास मौकों पर जरूर बनाया जाता है।
4. अमृतसरी कुलचा
तंदूर में पकाए गए मसालेदार आलू, प्याज या पनीर से भरे हुए अमृतसरी कुलचे पंजाब की शान हैं। इन्हें छोले या रायते के साथ परोसा जाता है। बाहर से कुरकुरे और अंदर से नरम ये कुलचे बैसाखी के मेले में स्ट्रीट फूड का ताज होते हैं।
5. खीर
त्योहार मीठे के बिना अधूरे हैं और बैसाखी पर बनी खीर इस मिठास को पूरा करती है। दूध, चावल और शक्कर से बनी यह पारंपरिक मिठाई इलायची और सूखे मेवों से सजाई जाती है। यह हर पंजाबी रसोई में त्योहार की मिठास घोलने का काम करती है।
इस बैसाखी पर स्वाद और संस्कृति के संगम से सजी इन थालियों का आनंद जरूर लीजिए और फसल के इस पावन पर्व को यादगार बनाइए।
